सोशल संवाद /रांची: झारखंड में कांस्टेबल भर्ती के दौरान हुई अब तक 12 उम्मीदवारों की मौत हो गई। इस घटना ने राजनीति की गलियों में हलचल मचा दी है। भर्ती परीक्षा में 12 लोगों की मौत ने पूरे देश को हिला दिया है। इस घटना ने सुर्खियों में जगह बनाई, तो राजनीति भी पूरी तरह से सक्रिय हो गई। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मृतकों के परिजनों की मदद का ऐलान कर दिया। पार्टी ने घोषणा की कि हर मृतक के परिवार को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। बीजेपी के इस कदम को झारखंड चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
BJP को अभ्यर्थियों की मौत पर मुवावजा का दाव
दरअसल झारखंड में इस साल विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे से सवाल उठता है कि क्या बीजेपी को अभ्यर्थियों की मौत में अपने लिए मौका दिख रहा है, क्योंकि इसके पहले झारखंड में बीजेपी ने जिन मुद्दों को उठाने की कोशिश की वो सभी फुस्स हो गए। बीजेपी ने सबसे पहले राज्य में केंद्रीय एजेंसियों की जांच और धर-पकड़ की कार्रवाई को आधार बना कर हेमंत सोरेन सरकार के भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाने की कोशिश की, लेकिन यह मामला फुस्स हो गया। हाई कोर्ट में मामला पहुंचा तो हेमंत सोरेन को जमानत तो मिली ही, साथ ही एजेंसियों की जांच पर भी हाई कोर्ट ने सवाल उठा दिए।
इधर भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार दूसरे भी धीरे-धीरे जमानत पर छूटने लगे हैं। सेना की जमीन बिक्री मामले में गिरफ्तार आईएएस अधिकारी छवि रंजन जमानत पर बाहर आ गए हैं। ऐसे में 12 अभ्यर्थियों की मौत में बीजेपी को हेमंत सोरेन के खिलाफ एक नया मौका दिखाई देने लगा। माना जा रहा है कि बीजेपी इस मुद्दे को चुनाव में उठाएगी। इसी के तहत असम के मुख्यमंत्री और झारखंड में बीजेपी के चुनाव सह-प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने हेमंत सोरेन को घेरने के लिए मुआवजे का दांव खेल दिया।