सोशल संवाद /जमशेदपुर : चक्रवाती तूफान मोंथा के बाद जमशेदपुर में ठंड ने रफ्तार पकड़ ली है। गुरुवार से शहर में ठंड के तेवर और तेज दिखने लगे हैं। सुबह-शाम धुंध बढ़ गया है और रात आठ बजे के बाद भी कई क्षेत्रों में कोहरा साफ देखा जा रहा है।

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मौसम विभाग के अनुसार, इस हफ्ते तापमान में लगातार गिरावट दर्ज होती रहेगी। गुरुवार को शहर का न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.3 डिग्री कम है। अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गई। आर्द्रता अधिकतम 88% एवं न्यूनतम 37% दर्ज की गई। मौसम विभाग का दावा है कि आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान तेजी से गिरेगा और 11 नवंबर तक यह घटकर करीब 13 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
इस बार कैसे पड़ेगी ठंड?
मौसम विभाग के अनुसार, इस साल नवंबर में तापमान का ट्रेंड सामान्य से कुछ ज्यादा नीचे जा सकता है। चक्रवाती तूफान के गुजरने के बाद आमतौर पर हवा का दबाव बदलता है।
जमीन पर नमी, हवा की दिशा और क्लियर स्काई के कारण रात में तापमान तेजी से नीचे गिरता है। हवा उत्तरी दिशा से साफ और सूखी आने लगेगी जिससे सुबह के समय ठंड ज्यादा महसूस होगी। दिन में थोड़ी धूप रहेगी लेकिन शाम के बाद ठंड और कोहरा तेज होगा।
अधिक ठंड क्यों पड़ेगी?
मौसम विभाग के अनुसार इस बार मानसून के बाद संक्रमणकालीन मौसम लंबा रहा। अक्टूबर में नमी बनी रही और उसके बाद अचानक साफ आसमान और उत्तरी हवा के कारण तापमान तेजी से नीचे जाने लगा।
विशेषज्ञों के मुताबिक, शहर में पिछले तीन सालों के मुकाबले इस बार नवंबर में न्यूनतम तापमान कम रहने की संभावना है। पिछले वर्ष नवंबर के पहले पखवाड़े में तापमान 15 से 17 डिग्री रहता था, लेकिन इस बार 11 तारीख से पहले ही यह 13 डिग्री तक गिरने का अनुमान है। इससे लोगों को अचानक ठिठुरन वाली ठंड महसूस होगी।
कोहरा बढ़ा तो जोखिम भी बढ़ेगा
धुंध और कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम हो जाएगी। सड़कों पर खतरा बढ़ सकता है। वाहन चालक रात के समय और सुबह 6 से 8 बजे के दौरान अधिक सतर्क रहें। शहर में वाहनों की संख्या ज्यादा होने के कारण अचानक कोहरा दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है। खासकर हाइवे व बाहरी इलाकों में दृश्यता तेजी से घटेगी।
लोगों को बचाव के लिए क्या करना चाहिए?
महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कालेज अस्पताल के उपाधीक्षक डा. नकुल चौधरी कहते हैं कि सुबह और देर शाम बाहर निकलने पर गले और छाती को ढंककर रखें। ठंड में अचानक तापमान गिरने से वायरल, जुकाम, खांसी, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और आर्थराइटिस के मरीजों की समस्या बढ़ सकती है।
चाय-काफी पर अत्यधिक निर्भरता से बचें, हर्बल काढ़ा, गुनगुना पानी और विटामिन युक्त खाद्य पदार्थ लें। घरों में बुजुर्गों और बच्चों को खास ध्यान रखना चाहिए। बच्चों को रात में ऊनी कपड़े, मोजे और सिर ढककर रखना सबसे जरूरी माना गया है। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले पांच से छह दिनों तक रोजाना तापमान में गिरावट का असर बने रहने की संभावना है।








