सोशल संवाद/डेस्क : टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन की रूटीन बैठक यूनियन आफिस में सम्पन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता अध्यक्ष श्री गुरमीत सिंह ने किया एवं यूनियन के महामंत्री आर के सिंह ने पूर्व से सूचित बैठक के एजेंडे को सभा पटल पर रखा। जिपर बारी बारी से सभी कमिटी मेम्बर ने अपना विचार रखा। जिसमे मुख्य रूप से कार्यस्थल के सुरक्षा उपायों पर यूनियन और प्रबंधन द्वारा किये जा रहे प्रयासों पर उपस्थित सदस्यों ने विचार रखा।
तय एजेंडे के तहत रुटीन वर्क के समस्याओं पर चर्चा उपस्थित सदस्यों के द्वारा किया गया। तीसरा एजेंडा पर लगभग सभी सदस्यों ने अपना विचार रखा। जिसमे यह बात सामने आई कि अस्थायी कर्मियों के स्थायीकरण पर शुरू से ही यूनियन द्वारा लगातार प्रयास किया जाता रहा है। यूनियन के महामंत्री ने अस्थायी कर्मियों को स्थायीकरण कराए जाने हेतु हर स्तर पर प्रबंधन से वार्ता कर समाधान करने का आस्वासन कार्यकारिणी सदस्यों को दिया।
हाल के दिनों में माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में उप श्रमायुक्त धालभूम के द्वारा पारित आदेश पर विस्तार से चर्चा किया। साथ ही साथ सभा मे उपस्थित सदस्यों को विस्वास दिलाया यूनियन प्रबंधन से बात कर समाधान निकालेगी। अस्थायी मजदूर का स्थायीकरण कराने का काम यूनियन शुरू से ही प्राथमिकता के साथ कर रही है और आगे भी सम्मान जनक समाधान निकालने का हर संभव प्रयास करेगी। साथ ही रोजगार के अवसर को भी बरकरार रखने का हर संभव प्रयास करेगी। महामंत्री श्री आर के सिंह जी ने कहा कि अस्थायी कर्मियों का स्थायीकरण की निर्णायक लड़ाई के लिए यूनियन कमर कस चुकी है। जमशेदपुर के स्थानीय स्तर पर प्रबंधन के साथ ही आवश्यकता पड़ी तो बॉम्बे/ पुणे बोर्ड के वरीय पदाधिकारियों से बात कर हर हाल में स्थायीकरण का समाधान किया जायेगा।
लगातार कर्मचारी भाइयों के द्वारा एक मांग उठायी जा रही थी कि मासिक वेतन जो कि हर महीने की 5 तारीख को आती है उसे बदल कर महीने 1 तारीख की जाए। इस बारे में प्रबंधन से वार्ता हुई है और संभवतः आगे माह से मासिक वेतन महीने के 1 तारीख को आ जायेगी। सभा मे उपस्थित यूनियन के सलाहकार प्रवीण सिंह ने सभापटल पर अपनी बातों को विस्तार से रखा। उन्होंने कहा आज जितने भी कार्यकारिणी सदस्य और पद धारक सभा मे उपस्थित है सभी निबंधित एम्प्लोयी वार्ड के हैसियत से टाटा मोटर्स के कर्मचारी हैं। 1978 में यूनियन और प्रबंधन के पहल पर त्रिपक्षीय समझौता सम्पन हुआ और एम्प्लोयी वार्ड को रोजगार का अवसर मिला और अस्थायी मजदूर का अस्तित्व कायम हुआ। एक तरफ जहां वैष्वीकरण एवं एडवांसमेंट के दौर में मैन पावर प्लानिंग के तहत काम करने वाले मजदूरों की छटनी का दौर जारी था। वहीं पर यूनियन प्रबंधन से वार्ता कर लगातार अस्थायी मजदूरों को स्थायी कराने का काम करती आ रही है। सलाहकार महोदय ने सभा मे उपस्थित सदस्यों को बताया कि यूनियन नेतृत्व (अध्यक्ष और महामंत्री) अस्थायी मजदूर को अस्तित्व में लाने का काम किया है तो अस्थायी मजदूर के स्थायीकरण का समाधान करेगी।
अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने कहा कि अस्थायी कर्मियों के स्थायीकरण का प्रयास करती आ रही है। अस्थायी साथी को किसी प्रकार की चिंता और अफवाह में नही पड़ें। यूनियन पूरी तत्परता एवं जिम्मेदारी के साथ अस्थायी कर्मचारियों के हित के लिए खड़ी है। यूनियन हर संभव प्रयास कर रही है।