सोशल संवाद / डेस्क : निर्वाचन आयोग ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस से जाति, समुदाय, भाषा और धर्म के आधार पर प्रचार करने से बचने की नसीहत दी और कहा कि चुनावों के दौरान भारत के सामाजिक व सांस्कृतिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने की अनुमति नहीं जा सकती.
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संविधान, अग्निवीर योजना को लेकर बयानबाजी से बचें
चुनाव आयोग ने कांग्रेस को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि स्टार प्रचारक ऐसे बयान न दें जो गलत धारणा देते हों. जैसे कि भारत के संविधान को खत्म किया जा सकता है या बेचा जा सकता है. चुनाव आयोग ने कांग्रेस प्रचारकों और उम्मीदवारों को निर्देश दिया है कि वे रक्षा बलों का राजनीतिकरण न करें और रक्षा बलों की सामाजिक-आर्थिक संरचना के बारे में संभावित विभाजनकारी बयान न दें. चुनाव आयोग ने अग्निवीर योजना पर गलत बयानबाजी करने से बचने की सलाह दी है. आयोग ने भाजपा से समाज को बांटने वाले चुनावी भाषणों को बंद करने का आदेश दिया.
राजस्थान के बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विभाजनकारी भाषण को लेकर विपक्ष के आरोप पर भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा को नोटिस जारी करने के करीब एक महीने बाद आयोग ने उनके बचाव को खारिज कर दिया. साथ ही उन्हें (नड्डा) तथा उनकी पार्टी के स्टार प्रचारकों को धार्मिक एवं सांप्रदायिक आधार पर प्रचार नहीं करने को कहा. आयोग ने भाजपा से समाज को बांटने वाले चुनावी भाषणों को बंद करने को भी कहा.
चुनाव आयोग ने कांग्रेस को भी दी नसीहत
नड्डा के साथ ही निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भी ऐसा ही नोटिस जारी किया था और खरगे से उनके और मुख्य विपक्षी दल के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा द्वारा उनकी टिप्पणियों के संबंध में दायर शिकायतों पर जवाब देने के लिए कहा था. आयोग ने उनके बचाव को भी खारिज कर दिया और कांग्रेस से सुरक्षा बलों का राजनीतिकरण नहीं करने और सशस्त्र बलों की सामाजिक-आर्थिक संरचना के बारे में विभाजनकारी बयान नहीं देने को कहा. आयोग ने कांग्रेस से यह सुनिश्चित करने को भी कहा कि उसके स्टार प्रचारक और उम्मीदवार ऐसे बयान न दें जिससे यह गलत धारणा बने कि संविधान को समाप्त किया जा सकता है. निर्वाचन आयोग ने दोनों राष्ट्रीय दलों के अध्यक्षों से कहा कि वे अपने स्टार प्रचारकों को औपचारिक सलाह जारी करें ताकि वे अपने संवाद को सही कर सकें, सावधानी बरतें और शिष्टाचार बनाए रख सकें.