सोशल संवाद / डेस्क : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध रूप से रह रहे 205 भारतीय प्रवासियों को निर्वासित कर दिया है. इनमें से 104 लोगों की पहचान हो चुकी है. अमेरिका से उन्हें मंगलवार (4 फरवरी) को C-17 अमेरिकी सैन्य विमान से पंजाब के अमृतसर के लिए रवाना किया गया. विमान टेक्सास के सैन एंटोनियो से भारत के लिए रवाना हुआ. अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने डिपोर्टेशन फ्लाइट की जानकारी साझा करने से इनकार करते हुए कहा कि अमेरिका अपनी सीमाओं की सुरक्षा बढ़ा रहा है, इमिग्रेशन कानूनों को सख्त कर रहा है और अवैध प्रवासियों को देश से निकाल रहा है. इस एक्शन से स्पष्ट संदेश गया है कि अवैध प्रवासियों पर अमेरिकी सरकार बेहद गंभीरता से लेने जा रही है.
कहा जा रहा कि भारतीयों को लेकर आ रहा अमेरिकी सेना का एयरक्राफ्ट बुधवार सुबह अमृतसर या आसपास के किसी भी सैन्यअड्डे पर लैंड कर सकता है. लेकिन इसे लेकर किसी तरह की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.
खबरों की माने आने वाले सभी लोगों के दस्तावेजों की अमृतसर एयरपोर्ट पर जांच की जाएगी. इमीग्रेशन आदि के अलावा इन लोगों की पूरी पृष्ठभूमि, खासकर उनका आपराधिक रिकॉर्ड की जांच की जाएगी. यदि कोई आपराधिक रिकॉर्ड पाया जाता है तो उन्हें एयरपोर्ट पर ही हिरासत में ले लिया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक, अमेरिका से डिपोर्ट किए गए इन भारतीयों में कुछ ऐसे लोग भी हो सकते हैं, जिन्होंने भारत में कोई अपराध किया होगा और अमेरिका भाग गए होंगे. बता दें कि ट्रंप प्रशासन ने इससे पहले ग्वाटेमाला, पेरू और होंडूरास के अवैध प्रवासियों को भी उनके मुल्क भेज दिया था. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने टेक्सास के अल पासो और कैलिफोर्निया के सैन डिएगो में हिरासत में रखे गए 5000 से अधिक अवैध अप्रवासियों को भी उनके देशों में भेजना शुरू कर दिया है.
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प्यू रिसर्च सेंटर के आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका में लगभग 7.25 लाख अवैध भारतीय अप्रवासी रहते हैं. यह आंकड़ा अवैध प्रवासियों की तीसरी सबसे बड़ी संख्या का है. पहले स्थान पर मेक्सिको और दूसरे पर अल सल्वाडोर है. डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनते ही अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन प्रोग्राम शुरू किया है. ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में अमेरिका से गैरकानूनी स्थिति वाले भारतीय प्रवासियों को वापस लाने वाली पहली उड़ान है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत और अमेरिका ने लगभग 18,000 भारतीय प्रवासियों की पहचान की है. जिन्होंने अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश किया था. पिछले हफ्ते अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की थी और अवैध प्रवासियों से जुड़ी समस्या का समाधान करने की इच्छा जताई थी.
फिलहाल 205 यात्रियों का क्रू आज आ रहा है. अभी तक 104 भारतीयों की प्रथम सूची प्राप्त हुई है. विमान में 11 क्रू मेंबर और 45 अमेरिकी अधिकारी शामिल है जो डिपोर्ट होने वाले भारतीयों को एयरपोर्ट पर उतारकर वापस रवाना हो जाएंगे. अभी तक प्राप्त जानकारी के लिए अमेरिकी विमान में छह राज्यों के लोग शामिल है. जिनमें गुजरात के 33, पंजाब के 30, हरियाणा के 33, उत्तर प्रदेश के 02, चंडीगढ़ के 02 और महाराष्ट्र के 03 लोग है.
डिपोर्ट होकर आने वाले दूसरे राज्यों के लोगों को एयरपोर्ट अंदर से ही हवा मार्ग से उनके राज्यों के भेजने की व्यवस्था की गई है, जबकि पंजाब, हरियाणा व चंडीगढ़ के लोगों को सड़क मार्ग से ले जाने के लिए गाड़ियों का प्रबंध किया गया है. अभी तक डिपोर्ट होकर आ रहे भारतीयों को डिटेन करने का कोई आदेश नहीं है और न ही जिला प्रशासन ने किसी भी तरह का कोई डिटेंशन सेंटर बनाया है.