सोशल संवाद/दिल्ली(रिपोर्ट – सिद्धार्थ प्रकाश ) : संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर सोमवार को नई दिल्ली में कांग्रेस संसदीय दल की रणनीतिक बैठक हुई। कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित कांग्रेस के अनेक राज्यसभा और लोकसभा सांसद भी मौजूद रहे। पत्रकारों से बातचीत में बैठक के बारे में जानकारी देते हुए पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि संसद सत्र के मुद्दों और सरकार द्वारा लाए जाने वाले बिलों को लेकर बैठक में चर्चा हुई है। कांग्रेस पार्टी संसद में जिन विषयों पर चर्चा चाहती है, उन पर भी लंबी चर्चा हुई।
कांग्रेस पार्टी लोकसभा और राज्यसभा में होने वाली बहस में हिस्सा लेगी। कुछ बिल स्टैंडिंग कमेटी में गए हैं और स्टैंडिंग कमेटी की रिपोर्ट भी पेश हुई है, मगर कांग्रेस इन बिलों के खिलाफ है। कांग्रेस खासतौर से इंडियन पीनल कोड, कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसीजर और इंडियन एविडेंस एक्ट को बदलने के खिलाफ है। ये बड़े खतरनाक विधेयक हैं और इन्हें लेकर कांग्रेस ने स्टैंडिंग कमेटी में भी अपनी आपत्तियां जताई थी। कांग्रेस पार्टी संसद में इन बिलों का विरोध करेगी। इनके साथ सीईसी बिल का भी विरोध किया जाएगा।
मणिपुर हिंसा का मुद्दा उठाते हुए जयराम रमेश ने कहा कि आज कई सांसदों ने मणिपुर का मुद्दा भी उठाया है।
मणिपुर हिंसा को छह महीने हो गए हैं और प्रधानमंत्री मोदी चुप हैं। मणिपुर में आज भी परिस्थितियां गंभीर हैं। मणिपुर पर प्रधानमंत्री को चुप्पी तोड़नी चाहिए। मणिपुर को लेकर संसद के दोनों सदनों में चर्चा होना जरूरी है। विधानसभा चुनाव के नतीजों पर बोलते हुए जयराम रमेश ने कहा कि विधानसभा चुनावों के नतीजे निराशाजनक जरूर हैं, लेकिन कांग्रेस निराश नहीं है। कांग्रेस की लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियां जल्द ही शुरू हो जाएंगी। कांग्रेस का संकल्प दृढ़ है और हम लड़ेंगे। जयराम रमेश ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने छह दिसंबर को इंडिया गठबंधन के नेताओं की अनौपचारिक बैठक भी बुलाई है। उन्होंने बताया कि वैसे तो आज भी इंडिया गठबंधन के फ्लोर लीडर्स की बैठक हुई थी, कल भी होगी, लेकिन औपचारिक बैठक में कुछ और समय लगेगा।