सोशल संवाद/डेस्क : Vitamin C को आमतौर पर सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है — यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, त्वचा को ग्लोइंग बनाता है और संक्रमण से बचाव में मदद करता है। लेकिन अगर आप इसे ज़रूरत से ज़्यादा मात्रा में ले रहे हैं, तो यह फायदेमंद नहीं बल्कि नुकसानदेह साबित हो सकता है। हाल ही में डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि विटामिन C की अधिक मात्रा से शरीर में किडनी स्टोन बनने का खतरा बढ़ जाता है।

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ज्यादा Vitamin C क्यों नुकसानदायक
डॉक्टरों के अनुसार, जब शरीर में Vitamin C की मात्रा ज़रूरत से ज्यादा हो जाती है, तो यह ऑक्सलेट नामक पदार्थ में बदल जाता है। यह ऑक्सलेट यूरिन के जरिए बाहर निकलता है, लेकिन जब इसकी मात्रा अधिक हो जाती है, तो यह कैल्शियम के साथ मिलकर क्रिस्टल बनाता है, जो धीरे-धीरे किडनी स्टोन का रूप ले सकते हैं।

यह समस्या खासकर उन लोगों में ज्यादा देखी जाती है जो नियमित रूप से Vitamin C कैप्सूल या सप्लीमेंट्स लेते हैं और लंबे समय तक ऐसा करते रहते हैं। अगर किसी व्यक्ति को पहले से किडनी से जुड़ी कोई दिक्कत है या उसे पहले कभी स्टोन हो चुका है, तो यह जोखिम और भी ज्यादा बढ़ जाता है।
कितनी मात्रा है सुरक्षित
स्वस्थ वयस्क व्यक्ति को दिनभर में करीब 75 से 90 मिलीग्राम Vitamin C की जरूरत होती है, जो सामान्य आहार से ही पूरी हो जाती है। अगर सप्लीमेंट्स लिए जा रहे हैं, तो उनकी मात्रा 1000 मिलीग्राम से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
डॉक्टरों का कहना है कि 2000 मिलीग्राम से अधिक Vitamin C रोज़ाना लेने पर शरीर इसे ठीक से प्रोसेस नहीं कर पाता, और अतिरिक्त मात्रा ऑक्सलेट में बदलकर किडनी में जमाव का कारण बन सकती है।

इसलिए, जो लोग रोजाना Vitamin C कैप्सूल या पाउडर के रूप में ले रहे हैं, उन्हें इसकी खुराक पर ध्यान देना बेहद जरूरी है।
किन लोगों को सावधान रहना चाहिए
- जिन्हें पहले किडनी स्टोन हो चुका है।
- जिन्हें किडनी डिजीज, हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज़ की समस्या है।
- जो लोग लंबे समय से सप्लीमेंट्स ले रहे हैं।
- जिनका पानी पीने का स्तर बहुत कम है।
ऐसे लोग डॉक्टर की सलाह के बिना Vitamin C की कैप्सूल नहीं लें।
किडनी स्टोन के शुरुआती लक्षण
अगर शरीर में स्टोन बनना शुरू हो गया है, तो कुछ लक्षण जल्दी दिखने लगते हैं, जैसे —
- पेशाब के दौरान जलन या दर्द
- पेट या कमर में तेज दर्द
- बार-बार पेशाब लगना
- पेशाब का रंग गहरा या लाल होना
- उलटी या मितली महसूस होना
अगर ऐसे लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए।
सही तरीका क्या है
डॉक्टरों का कहना है कि Vitamin C पाने का सबसे अच्छा तरीका प्राकृतिक स्रोतों से है — जैसे संतरा, आंवला, अमरूद, नींबू, कीवी, पपीता, स्ट्रॉबेरी, बेल मिर्च और ब्रोकोली। इनसे शरीर को पर्याप्त मात्रा में Vitamin C मिल जाता है और ओवरडोज़ का खतरा नहीं रहता।
सप्लीमेंट्स सिर्फ उन्हीं लोगों को लेने चाहिए जिन्हें डॉक्टर ने विशेष कारण से सलाह दी हो, जैसे बार-बार संक्रमण होना या इम्यूनिटी बहुत कमजोर होना।
साथ ही, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है ताकि शरीर में मौजूद ऑक्सलेट यूरिन के साथ बाहर निकल जाए और स्टोन बनने की संभावना कम हो।
Vitamin C शरीर के लिए जरूरी है, लेकिन इसकी अति हमेशा नुकसानदायक होती है। अगर आप स्वस्थ रहना चाहते हैं, तो इसे प्राकृतिक भोजन से प्राप्त करें, सप्लीमेंट्स केवल जरूरत पड़ने पर ही लें। डॉक्टरों का कहना है — “संतुलन ही सेहत की कुंजी है।” इसलिए Vitamin C को दवा नहीं, बल्कि एक पोषक तत्व की तरह सही मात्रा में अपनाएं।








