सोशल संवाद /डेस्क : चुनाव आयोग ने शुक्रवार,16 अगस्त को जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के विधानसभा चुनावों का ऐलान कर दिया। जम्मू-कश्मीर में 3 फेज,18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। हरियाणा में एक फेज 1 अक्टूबर को मतदान होगा। दोनों राज्यों में नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे।
महाराष्ट्र में हरियाणा के साथ चुनाव क्यों नहीं, CEC ने वजह बताई
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार से पूछा गया कि हरियाणा के साथ महाराष्ट्र के चुनाव क्यों नहीं हो रहे तो उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर में चुनाव का ऐलान हुआ है, इसलिए महाराष्ट्र को लेकर अभी चुनाव कराने का फैसला नहीं लिया गया है। चुनाव कराने के पहले कई चीजें देखी जाती हैं। सिक्युरिटी फोर्सेस जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में तैनात रहेंगी। फिर कई त्योहार भी इसी दौरान आने वाले हैं। पितृ पक्ष, नवरात्रि, दशहरा-दीपावली पड़ेंगे, इसलिए अभी इनका ऐलान नहीं हुआ है।
हरियाणा में सभी बूथों पानी की व्यवस्था
राजीव कुमार ने बताया कि सभी बूथों में पीने के पानी, मेल/फीमेल बाथरूम, कतारों के खड़े लोगों के लिए शेड की व्यवस्था होगी। 85+ उम्र के लोगों को घर से वोट डालने की सुविधा मिलेगी। इसमें पॉलिटिकल पार्टी के एजेंट्स साथ जा सकते हैं। इसकी वीडियोग्राफी होगी।
हरियाणा में 2 करोड़ से ज्यादा मतदाता
राजीव कुमार का कहना है कि हरियाणा में 2 करोड़ से ज्यादा मतदाता हैं। 90 में से 73 सीटें सामान्य हैं। हरियाणा में 27 अगस्त को वोटर लिस्ट जारी होगी. हरियाणा में 20 हजार 629 पोलिंग स्टेशन हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा- जम्मू कश्मीर की अवाम तस्वीर बदलना चाहती है
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि जम्मू कश्मीर की अवाम तस्वीर बदलना चाहती है। चुनाव के लिए हर किसी में उत्सुकता है। टीम ने जम्मू कश्मीर और हरियाणा का दौरा भी किया था। हम मौसम ठीक होने के इंतजार में थे। अमरनाथ यात्रा खत्म होने का इंतजार था। जम्मू कश्मीर में इस समय 87.09 लाख मतदाता हैं। यहां 20 लाख से ज्यादा युवा हैं। 20 अगस्त को फाइनल वोटर लिस्ट जारी होगी।