यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफेसर गोकरकोंडा नागा साईबाबा को मई 2014 में गिरफ्तार किया गया था और 2017 में उन्हें आतंक फैलाने के मामले में दोषी ठहराया गया.