वैसे तो भगवान शिव की पूजा हर सोमवार के दिन होता है.

लेकिन सावन के दौरान उनकी आराधना का विशेष महत्व है.

हालांकि,बहुत से लोगों को यह नहीं पता कि आखिर सावन का महीना क्यों महादेव इतना प्रिय है.

पहली बार भगवान शिव पृथ्वी लोक पर अपने ससुराल भी सावन के महीने में ही आए थे, जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ था.

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार माता सती ने प्रण लिया था,जब भी उनका जन्म हो तो उन्हें भगवान शिव ही पति के स्वरूप में मिलें.

कहा जाता है कि माता सीता ने माता पार्वती के रूप में जन्म्म लिया है 

और भगवान शिव को पति के रूप में सावन के महीने में ही कठिन तपस्या की थी.

इसी तपस्या के चलते पार्वती का विवाह भगवान शिव से हुआ इसीलिए भगवान शिव को सावन का महीना प्रिय है.