सोशल संवाद /डेस्क : गर्मी का मौसम इस समय अपने चरम पर है। झुलसा देने वाली धूप से पूरे देश में लोगों का हाल बेहाल है। राजधानी दिल्ली में तो पारा 52 डिग्री के पार जा चुका है। कुल मिलाकर लगातार हीटवेव तापमान का रिकॉर्ड तोड़ रही है। ऐसे में लोगों को तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इन परेशानियों में डिहाइड्रेशन सबसे आम है।
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शरीर में पानी की मात्रा बेहद कम हो जाने को डिहाइड्रेशन कहा जाता है। वहीं, इस स्थिति में पीड़ित गंभीर रूप से बीमार पड़ सकता है, इतना ही नहीं पानी की बहुत अधिक कमी कई मामलों में जानलेवा भी हो सकती है। ऐसे में डिहाइड्रेशन से समय रहते निजात पाना बेहद जरूरी सवाल ये उठता है कि क्या आप डिहाइड्रेशन का शिकार हैं, इस बात का पता कैसे लगाया जा सकता है? दरअसल, कई मामलों में लोग डिहाइड्रेशन को समझ नहीं पाते हैं या अधिकतर लोग इसे लू लगने से जोड़कर देखने लगते हैं, ऐसे में समय के साथ स्थिति अधिक गंभीर होती चली जाती है।
इसी कड़ी में यहां हम आपको डिहाइड्रेशन होने पर शरीर में नजर आने वाले कुछ आम लक्षणों के बारे में बता रहे हैं। साथ ही जानेंगे कि शरीर में पानी की कमी होने पर किस तरह की सावधानी बरतने की जरूरत होती है।
ड्राई माउथ डिहाइड्रेशन के सबसे पहले लक्षणों में से एक है। यानी अगर बार-बार पानी पीने पर भी आपका मुंह सूख जा रहा है, खासकर होंठों के आसपास सफेद परत या पपड़ी जैसी नजर आने लगी है, तो समझ जाएं कि ऐसा शरीर में पानी की कमी होने के चलते हो रहा है।
पेशाब करते समय तेज दर्द का एहसास होना या पेशाब में जलन होना डिहाइड्रेशन का संकेत है। इसके अलावा डिहाइड्रेशन होने पर पेशाब का रंग गहरा पीला नजर आना है।
बिना वजह अधिक थकान होना, चक्कर आना और मांसपेशियों में ऐंठन होना भी डिहाइड्रेशन के अहम लक्षणों में शामिल है।
डिहाइड्रेशन होने पर मुंह में बदबू की समस्या बढ़ जाती है, साथ ही जीभ का रंग सफेद पड़ने लगता है।
शरीर में पानी की कमी होने पर यूटीआई यानी यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
इन सब से अलग गंभीर मामलों में डिहाइड्रेशन के कारण तेज दिल की धड़कन, भ्रम या बेहोशी हो सकती है। ऐसे में अगर आप इन लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो तुरंत अपने पानी की मात्रा को बढ़ा दें और एक्सपर्ट्स से सलाह लें।