सोशल संवाद/डेस्क : धनबाद और गिरीडीह लोक सभा क्षेत्र का व्यापक भ्रमण करने का मौका मिला। जमशेदपुर, और धनबाद एवं गिरिडीह के चुनावी माहौल सर्वथा भिन्न नजर आते हैं। जमशेदपुर में जहां बिल्कुल ख़ामोशी है मतदाताओं और प्रत्यासियों दोनों के तरफ से, वहीं धनबाद और गिरिडीह क्षेत्र उतने ही मुखर हैं। झंडो और बैनर से सजे ये क्षेत्र चुनावी पर्व का आगाज सशक्त रूप से करती हुई दिखाई दे रही है।प्रत्यासी जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं वही मतदाता भी अपना मत निसंकोच व्यक्त कर रहे हैं।
आज धनबाद से कांग्रेस के प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिरकत करने का भी अवसर मिला।
प्रेस कॉन्फ्रेंस का सार सिर्फ इस मुद्दे पर रहा कि कांटे की टक्कर देता हुआ दूसरे पार्टी का प्रत्यासी कानून भंजक है न कि कानून संरक्षक। परंतु देर से ही सही कांग्रेस पार्टी को स्वर्गीय पंडित दीन दयाल उपाध्याय और स्व अटल बिहारी वाजपेई में महापुरुष के गुण नजर आए और इसे कई बार दोहराया गया यह कहते हुए कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय ने अपनी फलां पुस्तक के पंद्रहवें पृष्ठ में यह कहा कि पार्टी से प्रत्यासी निर्धारण में गलती हो सकती है परंतु मतदाताओं का यह कर्तव्य है कि ऐसी गलती को माफ न करे। ऐसा लगता है कि धनबाद में कांग्रेस कड़ी टक्कर दे रही है ढुलू महतो को, वहीं ढुल्लू महतो का प्रभाव चास, बोकारो के क्षेत्रों में ज्यादा दिखाई दे रहा है। परंतु टक्कर कांटे की है।
पार्टियां जी तोड़ मेहनत कर रही है और धनबाद में जहां सीधी टक्कर दिखाई दे रही है वहीं गिरिडीह में यह मुकाबला जयराम महतो के प्रत्यासी बन जाने से त्रिकोणीय हो गई है।जेबीकेएसएस के साथ जातीय नवयुवकों का समूह पूरे जोश के साथ लगा हुआ है और जन सभाओं में नवयुवकों की काफी भीड़ उमड़ रही है।
पंरतु जेएमएम का प्रत्यासी मथुरा महतो भी जातीय समीकरण को ध्वस्त करने में लगे हुए हैं। आजसू के चंद्र प्रसाद चौधरी को बी जे पी समर्थन दे रही है। मुकाबला रोमांचक है। इन क्षेत्रों में 25 मई को मतदान है और 4 जून को तो तस्वीर बिल्कुल साफ ही हो जाएगी।