सोशल संवाद डेस्क : यूं तो शिरडी के सांईं बाबा के सैकड़ों चमत्कार हैं लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे है उस चमत्कार के बारे में जब उन्होंने 3 दिन के लिए अपना देह त्याग दिया और फिर जीवित हो गए ।
एक दिन बाबा की तबियत बहुत बिगड़ गयी तो बाबा ने 3 दिन के लिए अपने शरीर को छोड़ने का फैसला लिया । शरीर छोड़ने से पहले बाबा ने अपने परम भक्त म्हालसापति से कहा कि यदि मैं 3 दिन में वापस न लौटूं तो मेरे शरीर को अमुक जगह पर दफना देना। 3 दिन तक तुम्हें मेरे शरीर की रक्षा करना होगी।
धीरे-धीरे बाबा की सांस बंद हो गई और शरीर की हलचल भी बंद हो गई। सभी लोगों में खबर फैल गई कि बाबा का देहांत हो गया है। डॉक्टर ने भी जांच करके मान लिया कि बाबा शांत हो गए हैं। लेकिन म्हालसापति ने सभी को बाबा से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि 3 दिन तक इनके शरीर की रक्षा की जिम्मेदारी मेरी है।
गांव में इसको लेकर विवाद हो गया लेकिन म्हालसापति ने बाबा के सिर को अपनी गोद में रखकर 3 दिन तक जागरण किया। किसी को बाबा के पावन शरीर को हाथ भी नहीं लगाने दिया। 3 दिन बाद जब बाबा ने वापस शरीर धारण किया, तो जैसे चमत्कार हो गया। चारों ओर हर्ष व्याप्त हो गया।