सोशल संवाद/डेस्क : लोकसभा चुनाव 2024 की तारीख जैसे-जैसे करीब आती जा रही है, राजनीतिक सरगर्मी तेज होती जा रही है. सभी पार्टियों के नेता अपने-अपने क्षेत्रों में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से एक्टिव हैं। इस बीच राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के चुनावी मैदान में उतरने पर भी चर्चा शुरू हो गई है। बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी की लाडली और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की बहन रोहिणी ने इसके संकेत भी दिए हैं।
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सिंगापुर से बिहार की राजनीति में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक्टिव रहने वाली रोहिणी आचार्य का ससुराल काराकाट लोकसभा क्षेत्र के दाउदनगर में है। गुरुवार को उनके ससुर स्वर्गीय रणविजय सिंह की दसवीं पुण्यतिथि थी। रोहिणी आचार्य अपने ससुराल के परिवार के साथ वहां पहुंची थीं। कार्यक्रम के दौरान मीडिया कर्मियों ने उनसे चुनाव लड़ने का सवाल पूछा।
पहले तो उन्होंने इस पर जवाब देने से मना किया। लेकिन जब फिर से सवाल किया गया तो रोहिणी आचार्य ने कहा कि अगर क्षेत्र की जनता की इच्छा होगी तो वह चुनाव लड़ेंगी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए अभी तक उन्होंने कोई प्रयास नहीं किया है। लेकिन पार्टी और जनता की इच्छा होगी तो चुनाव लड़ सकती हैं । एक सवाल के जवाब में रोहिणी आचार्य ने कहा कि अभी तक वह अपने पिताजी और माताजी की बात सुनती हैं। लेकिन जनता कहेगी तो उनकी भी सुन सकती हैं।
रोहिणी आचार्य के संकेत से चर्चा तेज हो गई है कि काराकाट लोकसभा क्षेत्र में वह उतर सकती हैं। फिलहाल जदयू के महाबली सिंह इस सीट से सांसद हैं। रोहिणी के चुनाव लड़ने का मामला सामने आने पर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
लालू यादव की बेटी रोहिणी अपने पति के साथ सिंगापुर में रहती हैं। लेकिन, बिहार और राष्ट्रीय स्तर की हर घटना पर वह सोशल मीडिया के माध्यम से एक्टिव रहती हैं और अपनी प्रतिक्रिया देती रहती हैं। कार्यक्रम के दौरान जब उन्होंने कहा कि वह जमीन पर काम नहीं करती तो पार्टी के एक नेता ने खुलकर कहा कि आपको कौन नहीं जानता है। आप पॉलिटिक्स में एक्टिव हैं। आपका फील्ड बना हुआ है। टिकट मांगने की भी जरूरत नहीं है।