सोशल संवाद / डेस्क: सोना देवी विश्वविद्यालय, किताडीह, घाटशिला में आज विश्व युवा कौशल दिवस, 2024 के अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. डॉ. गुलाब सिंह “आज़ाद” समस्त अध्यापकगण तथा छात्र- छात्राओं की उपस्थिति में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया I इस कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलन तथा छात्रा (राखी महतो और मोनाली मोहंता) के द्वारा सरस्वती वंदना से हुई I इसके उपरांत सहायक प्रो. मोनिका सिंह ने सभी उपस्तिथमान्यजनों का स्वागत किया तथा संचालिका सहायक प्रो०डॉ० रत्नामुख़र्जी ने कार्यक्रम के आयोजन के बारे में बताते हुए कहा कि यूनाइटेड नेशन की पहल पर वर्ष 2014 से देश- दुनिया में प्रति वर्ष 15 जुलाई को यह आयोजन किया जा रहा है ताकि युवा वर्ग को विभिन्न कौशल शिक्षा के प्रति जागरूक कर उनका कौशल विकास किया जा सके I
इस वर्ष के आयोजन का विषय “ शांति और विकास के लिए युवा कौशल “ पर अपने व्यख्यान में विश्वविद्यालयकी छात्रा (कशिश लाला और रीमामानकी) ने कहा कि “छात्र अपने कौशल विकास पर ध्यान दें तथा अपने अन्दर हुनर विकसित करें” पर विस्तार से व्याख्यान दिया गया I
विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के सहायक प्रो. डॉ० नीलमणि कुमार नेउपस्तिथछात्र – छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि छात्र-छात्राएँ शिक्षा के साथ-साथ सरकार द्वारा चलाई जा रही कौशल विकास कार्यक्रमों से जुड़कर अपने स्किल को बढा सकते है I प्रशिक्षित कुशल कारीगर कभी बेकार खाली नहीं रहता उसके पास काम कीकमी नहीं रहती और वे अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध कराते हैं I युवा वर्ग को विशेषकर स्वामी विवेकानन्द की पुस्तकें पढनी चाहिए और उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए I
सोना देवी विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. डॉ. गुलाब सिंह “आज़ाद” ने अपने व्याख्यान में कहा कि शांति के बिना विकास की कल्पना नहीं की जा सकती I लेकिन आज विश्व के कुछ क्षेत्रों में अस्थिरता का माहौल है Iअब तो युद्ध भी तकनीक के सहारे लड़े जा रहे हैं Iप्रो०डॉ०आज़ाद ने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे अज्ञानता , बेरोजगारी और गरीबी के निवारण हेतु शांति एवं विकास के प्रयास करते रहे इसके लिए छात्र-छात्राएँ मूल्य आधारितगुणवक्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा प्राप्त करें और अपना अनुभव बढाएंIवे अपने कौशल का विकास कर देश तथा विश्व शांति के लिए कार्य करें और अपने सोना देवी विश्वविद्यालयतथाराज्य का नाम रौशन करें I इस आयोजन को सफल बनाने हेतु सहायक प्रो० उमेश गुप्ता, श्रद्धा सुमन पांडा , डॉ. राजन कुमार, के.डी दत्ता. धीरज शर्मा, मीनाक्षी कुदादा तथा समस्त छात्र -छात्राओं ने अपना योगदान दिया Iइसके पश्चात सहायक प्रो.कृषनेंदु दत्ता ने धन्यवाद ज्ञापन किया और कार्यक्रम राष्ट्रगान के साथ सम्पन्न हुआ I