सोशल संवाद/डेस्क/Yamuna Flood Delhi 2025: दिल्ली में यमुना नदी इस समय अपने रौद्र रूप में बह रही है। लगातार बारिश और हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी के कारण नदी का जलस्तर खतरनाक निशान से ऊपर पहुँच गया है। बुधवार सुबह तक जलस्तर 207 मीटर पार कर गया, जिससे राजधानी के कई निचले इलाकों में पानी भर गया।
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Yamuna Flood Delhi 2025: हजारों लोग बेघर, राहत शिविरों में भीड़
यमुना खादर, गढ़ी मांडू, बदरपुर खादर, पुराना उस्मानपुर और सोनिया विहार जैसे इलाकों में घरों में पानी घुस चुका है। कई परिवारों को नाव और अस्थायी इंतज़ाम से बाहर निकाला गया है। अब तक करीब 15 हज़ार लोग राहत शिविरों में पहुँच चुके हैं। हालांकि शिविरों की संख्या कम होने से लोग फुटपाथ और डिवाइडर पर तिरपाल डालकर रहने को मजबूर हैं।
जानवरों और सांपों का खतरा
पानी भरने से सांप और जंगली जानवरों का खतरा भी बढ़ गया है। उस्मानपुर और गढ़ी मांडू जैसे क्षेत्रों में कई सांप और नीलगाय दिखाई दी हैं। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है, लेकिन सांप पकड़ने के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं हैं। वहीं करीब 2100 भैंसें और 400 से अधिक गायें सड़कों पर आ गई हैं, जिससे हालात और बिगड़ गए हैं।
यमुना किनारे बने प्रोजेक्ट डूबे
जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान करोड़ों की लागत से तैयार किए गए असिता ईस्ट पार्क और बांसेरा पार्क भी पूरी तरह पानी में डूब चुके हैं। हाल ही में बने वासुदेव घाट पर भी पानी भर गया है। ऐसे में हॉट एयर बैलून प्रोजेक्ट जैसी तैयारियाँ फिलहाल रोक दी गई हैं।
नज़ारे देखने उमड़ी भीड़
दिल्लीवासी भी यमुना का यह बदला रूप देखने के लिए सिग्नेचर ब्रिज और वज़ीराबाद पुल तक पहुँच रहे हैं। आम दिनों में गंदगी और कम जलस्तर वाली यमुना को देखने की बजाय अब लोग इसके उफान और बाढ़ जैसे नज़ारे मोबाइल में कैद कर रहे हैं।








