सोशल संवाद/डेस्क : एपल के CEO टिम कुक ने हाल ही दिए एक इंटरव्यू में बताया है कि अमेरिकी बाजार में बिकने वाले 50% आईफोन भारत में बन रहे हैं। कुक ने कहा कि भारत अप्रैल-जून तिमाही में अमेरिका में बिकने वाले आईफोन्स का कंट्री ऑफ ओरिजिन बन जाएगा। उन्होंने बताया कि एयरपॉड्स, एपल वॉच जैसे अन्य प्रोडक्ट्स भी ज्यादातर वियतनाम में बनाए जा रहे हैं।
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कंपनी चाइना के मुकाबले कम टैरिफ की वजह से भारत और वियतनाम को प्राथमिकता दे रही है। चीन में ज्यादा टैरिफ के मुकाबले भारत और वियतनाम से इंपोर्ट पर सिर्फ 10% टैक्स है।
चीन पर ज्यादा टैरिफ के कारण भारत में शिफ्ट किया प्रोडक्शन
यह फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है, जब अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर तेज हुआ है। ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ के बाद एपल को चीन पर निर्भरता कम करनी पड़ी। हालांकि, कुक ने दावा किया कि मार्च तिमाही में एपल पर इसका सीमित असर पड़ा, क्योंकि कंपनी ने सप्लाई चेन को तेजी से भारत और वियतनाम शिफ्ट किया है।
2026 तक देश में सालाना 6 करोड़+ आईफोन बनेंगे
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार चीन पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए एपल काफी समय से अपनी सप्लाई चेन को वहां से बाहर शिफ्ट करने पर काम कर रही है। एपल अगर अपनी असेंबलिंग भारत की ओर इस साल के आखिर तक शिफ्ट कर लेती है, तो 2026 से यहां सालाना 6 करोड़ से ज्यादा आईफोन का प्रोडक्शन होगा। ये मौजूदा कैपेसिटी से दोगुना है।
आईफोन मैन्यूफैक्चरिंग पर अभी चीन का दबदबा
आईफोन के मैन्यूफैक्चरिंग पर अभी चीन का दबदबा है। IDC के अनुसार, 2024 में कंपनी के ग्लोबल आईफोन शिपमेंट में इसका हिस्सा लगभग 28% था। अमेरिकी मार्केट में बिकने वाले आईफोन का प्रोडक्शन चीन के बाहर शिफ्ट करने से कंपनी को हाई टैरिफ से बचने में मदद मिलेगी।