सोशल संवाद/डेस्क : सुप्रीम कोर्ट में आज मणिपुर हिंसा खासकर महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले में सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट में गरमागरम बहस हुई। शीर्ष अदालत ने मणिपुर सरकार से कल तक 3 मई के बाद राज्य में दर्ज प्राथमिकी और उस पर क्या कार्रवाई हुई की जानकारी मांगी है। अदालत ने कहा है कि वह कल दोपहर 2 बजे इस पर आदेश देगी कि मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए या एसआईटी गठित कर कोर्ट की निगरानी में जांच करवाई जाय। दो पीड़ित महिलाओं की तरफ से पेश अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कोर्ट से गुजारिश की थी कि सीबीआई की जगह अदालत की निगरानी में एक SIT से मामले की जांच करवाई जाय।
सुनवाई के दौरान ही एक आवेदक की ओर से पेश वकील और भूतपूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा की दिग्गज नेता रहीं सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि पश्चिम बंगाल में भी महिलाओं के खिलाफ हिंसा के 9000 से अधिक मामले सामने आए हैं। उन्होंने अदालत से कहा, “यह अदालत मणिपुर में जिस भी तरीके से मामले की जांच कराना चाहती है, ठीक उसी तरह की जांच पश्चिम बंगाल, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और केरल में भी होनी चाहिए, जहां इसी तरह की घटनाएं हुई हैं।