December 23, 2024 7:09 am

डॉ भारती कश्यप: गरीबों के लिए एक आशा की किरण, आंखों और सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ उनके निरंतर प्रयास

डॉ भारती कश्यप: गरीबों के लिए एक आशा की किरण

सोशल संवाद / डेस्क : डॉ. भारती कश्यप ने चिकित्सा और समाज सेवा के क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित किया है। उनके योगदान और उपलब्धियाँ न केवल झारखंड राज्य बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों और सम्मान से नवाजा है। उन्होंने समाज के सबसे कमजोर वर्गों के लिए अपने योगदान से स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा बदल दी है।

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1. पीएम नरेंद्र मोदी के साथ चाय पे चर्चा में भागीदारी

डॉ. भारती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी पहली चाय पे चर्चा में भाग लिया। यह अवसर उनके लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था, जिसमें उन्होंने देश के सर्वोच्च नेता के साथ विचार-विमर्श किया और अपने दृष्टिकोण को साझा किया।

2. राष्ट्रीय नारी शक्ति पुरस्कार 2017

अपने समर्पण और महिला सशक्तिकरण के लिए किए गए कार्यों के कारण डॉ. भारती को 2017 में राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार महिला चिकित्सकों के रूप में उनकी अग्रणी भूमिका को मान्यता देता है।

3. आईएमए द्वारा कई पुरस्कार

डॉ. भारती को भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) द्वारा कई पुरस्कार प्राप्त हुए हैं, जो उनकी चिकित्सा क्षेत्र में निरंतर सफलता और योगदान को स्वीकार करते हैं।

4. अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार और सम्मान

डॉ. भारती को 2017 में अमेरिका में अमेरिकन सोसाइटी ऑफ कैटरेक्ट एंड रिफ्रैक्टिव सर्जरी द्वारा विशेष ह्यूमैनिटेरियन आई केयर पुरस्कार प्राप्त हुआ। इसके बाद, 2018 में उन्हें अमेरिका में “सर्विस बियॉन्ड बॉर्डर्स” सम्मान से नवाजा गया। इसके अलावा, उन्हें 2018 में ब्रिटिश एक्सीलेंस अवार्ड भी प्राप्त हुआ।

5. झारखंड में “मोबाइल विजन सेंटर” का मॉडल

डॉ. भारती ने राज्य में बीस लाख गरीब बच्चों के लिए “मोबाइल विजन सेंटर” मॉडल के माध्यम से मुफ्त इलाज प्रदान किया। यह एक क्रांतिकारी कदम था, जिसने गरीब बच्चों को आँखों की बीमारी से बचाने में मदद की और चिकित्सा सेवाओं तक उनकी पहुंच को आसान बनाया।

6. सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन में योगदान

डॉ. भारती ने झारखंड में सर्वाइकल कैंसर के उन्मूलन के लिए एक अद्वितीय मॉडल तैयार किया, जिसके जरिए 4.5 लाख से अधिक महिलाओं की जांच की गई। साथ ही, गर्भाशय की सूजन से पीड़ित महिलाओं को मुफ्त इलाज प्रदान किया गया।

7. महिला चिकित्सकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम

डॉ. भारती ने राज्य भर की महिला चिकित्सकों को प्रशिक्षण देने के लिए कई पहल की। उनका उद्देश्य महिलाओं को चिकित्सा क्षेत्र में सशक्त बनाना था, ताकि वे बेहतर इलाज प्रदान कर सकें।

8. नेत्रदान और नेत्र प्रत्यारोपण में अग्रणी भूमिका

डॉ. भारती ने बिहार और झारखंड में नेत्रदान और प्रत्यारोपण के क्षेत्र में एक नई दिशा दिखाई। उन्होंने 2024 में सिर्फ 11 महीनों में 107 नेत्र प्रत्यारोपण किए, जबकि राज्य को 150 का वार्षिक लक्ष्य दिया गया था। यह उनके दृढ़ निश्चय और कड़ी मेहनत का परिणाम था।

9. डायबिटिक मरीजों के शोध डाटा का योगदान

झारखंड से डायबिटिक मरीजों का रिसर्च डाटा ऑल इंडिया नेत्र सोसाइटी को उपलब्ध कराकर डॉ. भारती ने चिकित्सा शोध के क्षेत्र में भी अपना योगदान दिया। इस डाटा ने चिकित्सा क्षेत्र में डायबिटीज के असर को समझने में मदद की।

10. आई.एम.ए. की शाखा की नेतृत्वकर्ता

डॉ. भारती ने देश की पहली आई.एम.ए. शाखा का नेतृत्व किया और स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के साथ आधिकारिक साझेदारी की पेशकश की गई। यह उनकी नेतृत्व क्षमता और चिकित्सा सेवाओं के प्रति समर्पण को दर्शाता है।

11. नक्‍सल प्रभावित इलाकों में की लोगों की सेवा

डॉक्टर भारती ने 1991 में रांची में कश्यप मेमोरियल आई हॉस्पिटल में काम करना शुरू किया। उन्होंने अपने समय और कौशल का बराबरी से बंटवारा किया। उन्होंने तय किया कि वे जितना समय शहरी क्षेत्रों को देगीं, उतना ही समय सुदूर क्षेत्र के वंचितों की दृष्टि सुरक्षा में भी लगाएंगी। डॉक्टर भारती इस चुनौती की गंभीरता का संकेत देते हुए कहती हैं कि झारखंड में अंधेपन की दर राष्ट्रीय औसत से लगभग दोगुनी है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र के बच्चे उनकी प्राथमिकता बने। डॉक्टर भारती को आंखों की बीमारियों से जूझते हुए अनगिनत बच्चे मिले। यहां तक कि उनके माता-पिता को भी पता नहीं था कि क्या करना चाहिए।

12. नेत्रदान जागरुकता अभियान के लिए मैराथॉन का आयोजन

उन्होंने साल 1996 में झारखंड में नेत्रदान अभियान की शुरुआत की थी। 2005 से लगातार नेत्रदान जागरुकता अभियान ‘रन फॉर विज़न एवं ब्लाइंड फोल्डेड मैराथन’ का आयोजन झारखंड में कर रही हैं। डॉ. भारती डायबीटीज रेटिनोपैथी स्क्रीनिंग “ज्योत से ज्योत जलाओ” अभियान पूरे झारखंड राज्य में चला रही हैं। 2019 में उनके नेतृत्व में झारखंड राज्य  सोसायटी को पूरे देश में सबसे ज्यादा डायबिटीज के मरीजों का रिसर्च डाटा भेजने के लिए ऑल इंडिया नेत्र सोसाइटी द्वारा सम्मानित भी किया गया था। 

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