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गरीबी बनी थी इलाज में बाधा, समाजसेवी गौरांग दत्ता ने थामा मासूम का हाथ, मिला नया जीवन

By Tamishree Mukherjee

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गरीबी बनी थी इलाज में बाधा, समाजसेवी गौरांग दत्ता ने थामा हाथ

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सोशल संवाद / कुकड़ू प्रखंड ( रिपोर्ट – आकाश पोद्दार ): ओड़िया पंचायत के दुलमी महुआ टोला निवासी रहीन महुआ का तीन वर्षीय पुत्र राज महुआ किडनी में सूजन की गंभीर समस्या से जूझ रहा था। आर्थिक तंगी के कारण परिवार उसका इलाज कराने में असमर्थ था, जिससे माता-पिता बेहद चिंतित और परेशान थे।

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जैसे ही यह खबर स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि एवं समाजसेवी गौरांग दत्ता को मिली, उन्होंने बिना समय गंवाए इस मामले में हस्तक्षेप किया। उनकी पहल पर बच्चे को आयुष्मान भारत योजना के तहत रांची स्थित रानी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों की टीम ने तत्परता दिखाते हुए सफल सर्जरी की।

गौरांग दत्ता: जरूरतमंदों के लिए उम्मीद की किरण

गौरांग दत्ता सिर्फ एक समाजसेवी नहीं, बल्कि जरूरतमंदों के लिए एक मजबूत सहारा हैं। वह हमेशा लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाते रहते हैं और  सैकड़ों ऐसे केस सुलझा चुके हैं। आज उनकी सक्रियता और संवेदनशीलता की वजह से ही मासूम राज महुआ को नया जीवन मिल पाया।

बच्चे के परिवार ने गौरांग दत्ता और सरकार की स्वास्थ्य योजना का आभार जताया। यह घटना आयुष्मान योजना के महत्व को दर्शाती है, जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

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