सोशल संवाद/डेस्क : सर्दियों के मौसम में घरों की शोभा बढ़ाने वाली तुलसी सबसे ज़्यादा कमजोर पड़ जाती है। जैसे-जैसे रातें ठंडी होती हैं और सुबह की ओस बढ़ती है, तुलसी (basil) की पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं, ताजापन खत्म होने लगता है और कई बार पूरा पौधा ही सूख जाता है। यही कारण है कि दिसंबर–जनवरी आते ही लोग सबसे ज़्यादा पूछते हैं “तुलसी (basil) को ठंड से कैसे बचाया जाए?”

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इसी समस्या को समझते हुए गार्डनिंग एक्सपर्ट्स ने कुछ ऐसे आसान उपाय बताए हैं, जो न सिर्फ मुफ्त हैं, बल्कि किसी भी साधारण घर में आसानी से अपनाए जा सकते हैं। इन तरीकों से तुलसी (basil) की जड़ों को मजबूती मिलती है, पत्तियों पर जमने वाली ओस से बचाव होता है और कीट-रोग भी पास नहीं फटकते।

एलोवेरा के ‘फ्री टुकड़े’ करेंगे कमाल
सर्दियों में तुलसी (basil) को सबसे बड़ा खतरा जड़ों के सड़ने से होता है। मिट्टी में नमी ज्यादा समय तक बनी रहे तो फंगस पैदा होता है और जड़ें गलने लगती हैं। इसे रोकने का सबसे आसान तरीका है
एलोवेरा के छोटे-छोटे टुकड़े मिट्टी में मिलाना।
एलोवेरा एक प्राकृतिक मॉइश्चर बैलेंसर की तरह काम करता है। यह मिट्टी को ज़रूरत के हिसाब से नमी देता है, लेकिन अतिरिक्त गीलापन नहीं बनने देता। साथ ही इसके एंटी-फंगल गुण जड़ों को रोगों से भी बचाते हैं।
इसके लिए:
- गमले की ऊपरी 2 इंच मिट्टी निकाल लें
- एलोवेरा की पत्ती काटकर छोटे टुकड़े डालें
- इसके बाद मिट्टी को वापस फैला दें
यह उपाय ठंड सहने की क्षमता को भीतर से मजबूत बनाता है।
हल्दी का ‘पीला पाउडर’ सर्दियों का रामबाण
हल्दी घर-घर में मौजूद रहती है और तुलसी (basil) के लिए बड़ी कारगर है।
मिट्टी में थोड़ी सी हल्दी पाउडर डालने से पौधा कई तरह की समस्याओं से बच जाता है क्योंकि हल्दी एक प्राकृतिक एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल एजेंट है।

इसके फायदे:
- जड़ों में फंगस नहीं पनपता
- सर्दियों में सड़न की संभावना कम होती है
- पौधा बीमारियों के प्रति अधिक प्रतिरोधक बनता है
एलोवेरा और हल्दी का यह कॉम्बिनेशन तुलसी को ठंड में जीवित रखने का सस्ता और असरदार तरीका है।
ओस से बर्बाद नहीं होगा तुलसी का पौधा यह करें
सर्द सुबह की ओस तुलसी (basil) को सबसे ज़्यादा नुकसान पहुंचाती है। पत्तियों पर ओस जमने से वे गलने लगती हैं और पौधा कमजोर हो जाता है। इसे रोकने का एक बेहद आसान तरीका है
तुलसी के ऊपर एक हल्की ट्रांसपेरेंट कवरिंग तैयार करना।
कैसे करें:
- चार पतली लकड़ी की टहनियां गमले के चारों कोनों में गाड़ दें
- उन पर एक पारदर्शी प्लास्टिक शीट या जूट की बोरी ढक दें
- इसे टेप से हल्के हाथों से बांध दें ताकि हवा अंदर आ सके
यह कवर:
- ओस को पत्तियों तक पहुंचने से रोकता है
- दिन में धूप आने पर गमले के अंदर हल्की गर्माहट बनाए रखता है
- रात के पाले से सुरक्षा देता है
ध्यान रहे:
दिन में कुछ देर कवर हटाकर पौधे को हवा लगने दें ताकि नमी जमा न हो।
काले कीड़ों और मिलीबग्स का इलाज नीम ऑयल स्प्रे
सर्दियों में तुलसी (basil) पर काले छोटे कीड़े, एफिड्स और मिलीबग्स का हमला आम बात है। ये कीड़े पत्तियों का रस चूसते हैं और पौधा धीरे-धीरे कमजोर पड़ जाता है।
इनसे छुटकारा पाने का सबसे सुरक्षित और घरेलू तरीका है
नीम ऑयल स्प्रे।
कैसे बनाएं:
- पानी में नीम तेल की कुछ बूंदें मिलाएं
- एक चुटकी लिक्विड सोप डालें
- शाम के समय पत्तियों पर हल्का स्प्रे करें
नीम तेल एक प्राकृतिक कीटनाशक है, जो कीड़ों को खत्म करता है और दुबारा आने से रोकता है।
इसे सप्ताह में एक बार इस्तेमाल करना पर्याप्त है।

सर्दियों में पानी कम दें सबसे बड़ी सावधानी
अधिकतर लोग सर्दियों में भी गर्मी की तरह रोज पानी दे देते हैं, लेकिन यही सबसे बड़ी गलती साबित होती है।
- जब तापमान 10°C से नीचे हो, तुलसी (basil) को बहुत कम पानी चाहिए
- तब पानी तभी दें जब मिट्टी ऊपर से 1–2 इंच तक सूखी महसूस हो
- हमेशा सुबह के समय पानी दें
- रात में गीली मिट्टी जड़ें सड़ने का कारण बन सकती है
इस एक सावधानी से पौधा कई समस्याओं से बच जाता है।
तुलसी (basil) को कहां रखें? सही जगह बहुत जरूरी
सर्दियों में जगह का चयन पौधे की सेहत तय करता है।
सबसे सही स्थान:
- जहां कम से कम 4–6 घंटे सीधी धूप आए
- जहां रात में बहुत ठंडी हवा या पाला सीधा न लगे
- घर की किसी दीवार का सहारा जहां ठंड कम लगे
- बालकनी का अंदरूनी हिस्सा जहां ओस कम जमती है
धूप न मिलने पर तुलसी (basil) की पत्तियां पतली, कमजोर और पीली पड़ने लगती हैं।
तुलसी (basil) का पौधा केवल एक हर्ब नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति से जुड़ा आध्यात्मिक प्रतीक भी है। ऐसे में सर्दियों में उसकी देखभाल करना हर घर की प्राथमिकता बन जाती है। एलोवेरा के मुफ्त टुकड़े, हल्दी का साधारण पीला पाउडर, नीम तेल और एक छोटा सा प्लास्टिक कवर इन सरल उपायों से आपका तुलसी पौधा दिसंबर की ओस और जनवरी की ठंड में भी ताजा और हरा-भरा बना रहेगा।








