सोशल संवाद/ डेस्क: रांची एसीबी पूर्व उत्पाद सचिव व आईएएस अधिकारी विनय चौबे से पूछताछ कर रही है। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में छपी खबर के मुताबिक एसीबी की टीम उन्हें सुबह करीब 11 बजे उनके आवास से अपने कार्यालय ले गई। विनय चौबे पर यह आरोप है कि उनके कार्यकाल में नई उत्पाद नीति के जरिए छत्तीसगढ़ शराब सिंडिकेट ने झारखंड में घोटाला किया।
इस मामले में झारखंड एसीबी ने सरकार की अनुमति से PE दर्ज की थी, जिसके बाद अब नियमित प्राथमिकी दर्ज कर पूछताछ की जा रही है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ ईडी ने पहले इसी घोटाले में कार्रवाई करते हुए झारखंड कनेक्शन का खुलासा किया था। अक्टूबर 2024 में ईडी ने विनय चौबे और अन्य के ठिकानों पर छापेमारी भी की थी। विनय चौबे ने पहले खुद को निर्दोष बताया था और कहा था कि उत्पाद नीति सरकार की मंजूरी से लागू हुई थी।
बता दें कि इससे पहले भी ईडी ने शराब घाटोला मामले में झारखंड के 7 जिलों और बंगाल के दो जिलों समेत कुल 33 ठिकानों पर छापा मारा था। उस वक्त छापेमारी के जद में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के बेटे रोहित उरांव और शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी, शेल कंपनियां चलाने वाले लोग आए थे। बाद में इस मामले में योगेंद्र तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके खिलाफ ईडी ने आरोप पत्र भी दायर किया था। जिसमें उन्होंने बालू और जमीन कारोबार की कमाई को शराब के व्यापार में लगाने की बात कही थी।