सोशल संवाद/जमशेदपुर: शहर के प्रसिद्ध लेखक अंशुमन भगत पर हुए निर्मम हमले ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। समाज को जागरूक करने और सत्य को उजागर करने वाले इस साहित्यकार के साथ जो क्रूरता हुई, वह किसी भी सभ्य समाज के लिए अत्यंत शर्मनाक है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 1 मार्च 2025 की शाम लगभग 5:15 बजे, अंशुमन भगत अपने कमरे में अकेले थे, जब दो लोगों ने अचानक उनके घर में घुसकर उन पर बेरहमी से हमला किया। पहले उन्हें बुरी तरह पीटा गया और जातिसूचक गालियां दी गईं। इसके बाद हमलावरों ने जबरन उन्हें शराब पिलाने की कोशिश की।
घटना यहीं नहीं रुकी। हमलावरों ने सारी हदें पार करते हुए उनके साथ अप्राकृतिक कृत्य किया और उनके गुदा में शराब की बोतल डाल दी। इतना ही नहीं, उन्होंने उनके चेहरे पर पेशाब करने जैसा घृणित कार्य भी किया। जब अंशुमन ने इसका विरोध किया, तो उनके हाथ-पैर बांध दिए गए और गला दबाकर हत्या करने का प्रयास किया गया।
हमलावरों ने अंशुमन को गंभीर धमकियां दीं कि यदि उन्होंने इस घटना के बारे में किसी को बताया, तो उनके परिवार को भी जान से मार दिया जाएगा। आरोपियों ने खुलेआम दावा किया कि वे पुलिस और न्यायालय तक को खरीद सकते हैं।
यह अमानवीय कृत्य समाज में बढ़ रही अराजकता और कानून व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े करता है। इस घटना से पूरे क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है। स्थानीय नागरिकों और बुद्धिजीवियों ने प्रशासन से दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है।
अब देखना यह है कि पुलिस इस संवेदनशील मामले में कितनी तेजी से कार्रवाई करती है और क्या पीड़ित को न्याय मिल पाता है या नहीं।
