सोशल संवाद/जमशेदपुर: जमशेदपुर शहर में आवारा पशुओं को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर भेजने के लिए विशेष मुहिम चलाई गई. यह अभियान जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमेटी (JNAC) के नेतृत्व में चलाया गया, जिसमें नगर निकाय की टीम, पशुपालन विभाग और स्थानीय पुलिस बल शामिल रहा. शहर के प्रमुख क्षेत्रों साकची, बिष्टुपुर, मानगो, कदमा और सोनारी में सुबह से ही तेज़ी से कार्रवाई की गई.
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यातायात व्यवस्था और सुरक्षा बड़ा कारण
JNAC की टीम ने बताया कि शहर में लगातार बढ़ रहे आवारा पशुओं की संख्या न सिर्फ यातायात व्यवस्था को बाधित कर रही थी, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं की संभावनाएँ भी बढ़ा रही थी. इसी को ध्यान में रखते हुए निकाय प्रशासन ने अचानक यह विशेष अभियान शुरू किया. सुबह 7 बजे से ट्रकों और नेट कैचर की मदद से सड़कों पर घूम रहे गायों और बैलों को पकड़ने का काम शुरू किया गया. अब तक दर्जनों पशुओं को कब्जे में लेकर उन्हें गौशाला भेजने की प्रक्रिया जारी है.
पशु कल्याण का रखा जा रहा विशेष ध्यान
अधिकारियों ने बताया कि अभियान के दौरान सुरक्षा और पशु कल्याण दोनों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. पशुओं को पकड़ने के लिए प्रशिक्षित कर्मचारियों को तैनात किया गया है, ताकि किसी भी पशु को चोट न पहुँचे. पकड़े गए मवेशियों को पहले अस्थायी शेल्टर में रखा जा रहा है, जहाँ उनकी जांच और देखभाल की व्यवस्था की गई है. इसके बाद उन्हें शहर के बाहर स्थित गौशाला में शिफ्ट किया जाएगा.
JNAC पदाधिकारी का बयान
JNAC पदाधिकारी तानिश कुमार ने बताया कि शहर को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए यह अभियान जारी रहेगा. उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे अपने पालतू या छोड़े गए मवेशियों को सड़कों पर छोड़ने से बचें और नियमों का पालन करें, ताकि दुर्घटनाओं और अव्यवस्था से बचा जा सके.








