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दिल्ली में ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ अभियान की शुरुआत, रेखा सरकार बढ़ाएगी दिल्ली का हरित क्षेत्र 

By Riya Kumari

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'Ek Ped Maa Ke Naam 2.0' campaign launched in Delhi

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 सोशल संवाद / नई दिल्ली :  दिल्ली की मुख्यमंत्री  रेखा गुप्ता ने आज राजधानी में ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0 अभियान’ की शुरुआत की और कहा कि यह सिर्फ एक पर्यावरणीय मुहिम नहीं, बल्कि अपनी मां, मातृभूमि और प्रकृति को समर्पित भावनात्मक, सांस्कृतिक और सामाजिक संकल्प है। उन्होंने इस अभियान को ऐतिहासिक पहल करार दिया और दिल्लीवासियों से अपील की वे मातृभूमि और मां के नाम एक-एक पेड़ अवश्य लगाएं, ताकि हम मिलकर दिल्ली को और अधिक हरा-भरा बना सकें। 

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मुख्यमंत्री ने इस अभियान की शुरुआत शालीमार बाग स्थित राजकीय बालिका वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय (GGSSS) के परिसर में की। कार्यक्रम में दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्री आशीष सूद भी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस पहल की सराहना की और कहा कि इस अभियान में हर विभाग, हर विद्यालय, हर संस्थान भागीदारी करेंगे। उन्होंने दिल्लीवासियों, सामाजिक संगठनों और सभी नागरिकों से अनुरोध किया कि वे अपनी जननी, मातृभूमि और मां के नाम एक-एक पेड़ अवश्य लगाएं, ताकि हम मिलकर दिल्ली को और अधिक हरा-भरा बना सकें।

मुख्यमंत्री ने इस अभियान को व्यापक बनाने के लिए स्कूलों, सामाजिक संस्थाओं, धार्मिक संगठनों और सरकारी संस्थानों को साथ लाने पर बल दिया और बताया कि सरकार ने इस वर्ष दिल्ली में 70 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की पर्यावरणीय स्थिति चिंताजनक है और प्रदूषण से लड़ने के लिए वृक्षारोपण सबसे सशक्त उपाय है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती दिल्ली सरकार पर निशाना साधा और कहा कि उन्होंने केवल राजनीतिक विरोध के चलते केंद्र सरकार की कई लोक-हितैषी योजनाओं को नकारा और उन्हें दिल्ली में लागू नहीं किया। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया कि पिछली सरकार ने सामाजिक और पर्यावरणीय हितों की पहल को भी राजनीतिक चश्मे से देखा।

उन्होंने पुराने समय की याद दिलाते हुए कहा कि हर घर के आंगन में नीम, पीपल या बरगद का पेड़ होता था, जिसे केवल धार्मिक नहीं, वैज्ञानिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जाता था। यह परंपराएं, यह संस्कार हमें फिर से अपनाने होंगे ताकि पर्यावरण संतुलन बनाने में हम अपनी सहभागिता दे सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गर्व और संतोष की बात है कि अब दिल्ली सरकार के मंच से, “एक पेड़ मां के नाम” अभियान को औपचारिक रूप से शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री ने दिल्ली की जनता से आह्वान किया कि न सिर्फ अपने घरों, बल्कि फ्लाईओवर के नीचे, सड़कों के किनारे, और हर खाली स्थान को पेड़ों से भरें ताकि एक हरित, स्वच्छ और सुंदर दिल्ली बनाई जा सके। मुख्यमंत्री ने कॉरपोरेट कंपनियों, धार्मिक-सामाजिक संगठनों, और नागरिकों से अपील की कि वे आगे आकर इस अभियान में भाग लें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आवास पर सिंदूर का पौधा लगाया तभी मेरे मन में भी इच्छा जागी थी कि मुझे भी ऐसा पौधा मिले, जिसे मैं माँ के नाम समर्पित कर सकूं। आज सुबह संयोग से जन सुनवाई के दौरान कुछ भाइयों ने मुझे जब सिंदूर का पौधा भेंट किया, तब मैंने मुस्कराते हुए सोचा कि यदि कुछ और भी मांगती तो शायद वह भी मिल जाता।  ऐसा लगा जैसे ईश्वर ने मेरी कामना पूरी कर दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि आज ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत उन्होंने सिंदूर का पौधा लगाया और कहा कि सिंदूर भारत की सांस्कृतिक भावना का प्रतीक है, जिसका सम्मान हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी ने किया है। मैं प्रधानमंत्री जी और देश की सेनाओं को धन्यवाद देती हूँ, जिन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से बहनों का सम्मान सुनिश्चित किया। यह केवल एक अभियान नहीं, हमारी राष्ट्रीय भावना का प्रतीक है।

इस अवसर पर दिल्ली के कैबिनेट मंत्री आशीष सूद ने कहा कि मां जीवन की जननी हैं और पेड़ धरती पर जीवन के रक्षक। जब हम पेड़ को अपनी माँ के नाम समर्पित करते हैं, तो हम पर्यावरण की रक्षा के लिए एक व्यक्तिगत और भावनात्मक संकल्प लेते हैं। यह अभियान न सिर्फ दिल्ली को हरा-भरा बनाएगा, बल्कि नई पीढ़ी को प्रकृति से जोड़ने का कार्य करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले हफ्तों में दिल्ली के अन्य क्षेत्रों में भी इस अभियान को विस्तार दिया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक नागरिक इस मुहिम से जुड़ सकें।

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