सोशल संवाद/डेस्क: Google Maps में जल्द ही एक ऐसा फीचर आने वाला है जो लाखों यूजर्स के काम का साबित होगा. दुनियाभर में नेविगेशन के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले इस ऐप में अब Power Saving Mode जोड़ने की तैयारी चल रही है. इस फीचर का मकसद है लंबी ड्राइव या रोड ट्रिप के दौरान फोन की बैटरी को जल्दी खत्म होने से बचाना.
यह भी पढ़ें: Reliance Jio का धमाका! बिहार-झारखंड में जोड़े 4.18 लाख नये ग्राहक
Android Authority की एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, Google अपने Maps ऐप में यह नया मोड लाने की टेस्टिंग कर रहा है. जानकारी तब सामने आई जब Google Maps के बीटा वर्जन की APK फाइल का टियरडाउन किया गया. इस कोड में “Power Saving Mode” से जुड़े शुरुआती संकेत मिले हैं. हालांकि फिलहाल यह फीचर डेवलपमेंट स्टेज में है और इसे आधिकारिक रूप से लॉन्च नहीं किया गया है.
कैसे काम करेगा Power Saving Mode
रिपोर्ट के मुताबिक, जैसे ही यूजर इस मोड को ऑन करेगा, स्क्रीन पर दिखने वाले विजुअल्स और डिटेल्स में कमी आ जाएगी. ग्राफिक्स क्वालिटी थोड़ी घटेगी ताकि बैटरी की खपत कम हो सके, लेकिन जरूरी फीचर्स जैसे टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन, रूट और लोकेशन ट्रैकिंग स्मूथ तरीके से चलते रहेंगे.
गूगल इसमें एक टच बटन या टॉगल ऑप्शन भी दे सकता है, जिससे यूजर आसानी से इस मोड को ऑन-ऑफ कर सकेगा. इसके अलावा, स्क्रीन को ब्लैक एंड व्हाइट (मोनोक्रोम) मोड में बदलने का विकल्प भी दिया जा सकता है, जो बैटरी सेविंग को और बढ़ा देगा.
फिलहाल, जब आप Google Maps पर नेविगेशन का इस्तेमाल करते हैं, तो फोन की बैटरी बहुत तेजी से खत्म होती है. इसकी वजह है
- लगातार चलने वाला GPS ट्रैकिंग सिस्टम
- लाइव ट्रैफिक और रूट अपडेट्स
- हमेशा ऑन रहने वाली डिस्प्ले
इन फीचर्स के कारण लंबी ड्राइव्स के दौरान फोन जल्दी डिस्चार्ज हो जाता है, खासकर तब जब चार्जिंग की सुविधा पास में न हो.
रिपोर्ट में बताया गया है कि इस फीचर के आने के बाद फोन की बैटरी लाइफ करीब एक घंटे तक बढ़ सकती है.
हालांकि, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि यूजर अपने फोन का इस्तेमाल कैसे कर रहा है स्क्रीन की ब्राइटनेस, इंटरनेट कनेक्शन और GPS की एक्टिविटी के आधार पर बैटरी बचत अलग-अलग हो सकती है.
जो लोग रोड ट्रिप, कैब ड्राइविंग या आउटडोर ट्रैवलिंग में Google Maps का लगातार इस्तेमाल करते हैं,
उनके लिए यह फीचर एक गेम चेंजर साबित हो सकता है. अब बिना चार्जिंग की चिंता किए यूजर आसानी से लंबी दूरी तय कर सकेंगे और फोन की बैटरी भी बचेगी.
हालांकि गूगल ने अभी तक इस फीचर की आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन माना जा रहा है कि आने वाले महीनों में इसे बीटा टेस्टिंग के बाद Android यूजर्स के लिए रोलआउट किया जाएगा. अगर यह फीचर सफल रहता है, तो भविष्य में इसे iOS डिवाइसों में भी जोड़ा जा सकता है.










