सोशल संवाद / बड़बिल ( रिपोर्ट – संजय सिन्हा ) : बड़बिल -हावड़ा बड़बिल जनशताब्दी ट्रेन बीते शुक्रवार को हावड़ा से 16 घंटे 29 मिनट तथा शनिवार एवं रविवार को भी 12 से 14घंटे विलंव से चली । घंटो – घंटो विलंब से आवागमन करने के कारण जनशताब्दी की अधिकांश कोच की अधिकांश सीटे खाली रही। जिससे रेलवे विभाग को भी हो रहा लाखों रूपये घाटा । यात्रा करने के लिए चक्रघरपुर डिवीजन के विभिन्न स्टेशनों पर बैठे दूर दराज से आऐ यात्री काफी परेशान हो रहे।
हावड़ा बड़बिल जनशताब्दी ट्रेन उतर ओडिशा और झारखंड के ग्रामीण इलाके को कोलकाता से जोड़ने वाला एकमात्र ट्रेन है। जो रेलवे विभाग अधिकारियों की घोर उदासीनता का शिकार हो चुकी है। क्षेत्र के समाजसेवियो ने रेलमंत्री को पत्र देकर लेट चल रहे जनशताब्दी को समय पर चलाने की गुहार भी लगा चुकी है। रेलमंत्री, के साथ साथ चक्रघरपुर हावड़ा एवं खड़कपुर डिवीजन के अधिकारियों के ऐक्स हेंडल पर एक दिसंबर से आज तक लगातार टियुट कर लेट चल रही जनशताब्दी की शिकायत की जा रही है परंतु कोई सुधार नही हुआ।
गौरतलब हो कि ओडिशा झारखंड के लौहाचंल क्षेत्र का लाईफलाइन कहे जाने वाले जनशताब्दी ट्रेन यात्रा करने का सबसे सस्ता एवं सुगम साधन है।इस क्षेत्र मे कार्यरत कल कारखाने ,खादान आदि के हजारों श्रमिक जनशताब्दी के माध्यम से टाटानगर जाकर देश के अन्य हिस्सों के लिए यात्रा करते है।ताजा आकड़ा अनुसार जनशताब्दी मे आरक्षण मे काफी कमी आई है।लोगो का विश्वास अब जनशताब्दी से उठ गया।