सोशल संवाद /डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार सुबह मन की बात के 113वें एपिसोड में कहा- परिवारवादी राजनीति नई प्रतिभाओं को दमन करती है। बिना पॉलिटिकल बैकग्राउंड वाले युवाओं का राजनीति में आने से लोकतंत्र मजबूत होगा।
मैंने इस साल लालकिले से बिना पॉलिटिकल बैकग्राउंड वाले 1 लाख लोगों को पॉलिटिकल सिस्टम से जुड़ने की बात कही थी। इससे पता चला कि हमारे युवा राजनीति में आना चाहते हैं, लेकिन उन्हें सही मार्गदर्शन की जरूरत है।
परिवारवादी राजनीति के अलावा मोदी ने तिरंगा अभियान, बच्चों में न्यूट्रिशन को लेकर जागरूकता जैसे 5 बड़े मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने IIT मद्रास के पूर्व छात्रों से स्पेस सेक्टर में स्टार्टअप को लेकर भी बात की।
स्पेस सेक्टर को लेकर IIT मद्रास के स्टूडेंट से चर्चा की
PM मोदी ने कहा- इस 23 अगस्त को ही हम सब देशवासियों ने पहला नेशनल स्पेस डे मनाया। पिछले वर्ष इसी दिन चंद्रयान-3 ने चांद के दक्षिणी हिस्से में शिव-शक्ति पॉइंट पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की थी। भारत इस गौरवपूर्ण उपलब्धि को हासिल करने वाला दुनिया का पहला देश बना।
मोदी ने गैलेक्सी-आई स्टार्टअप खड़ा करने वाले IIT मद्रास के स्टूडेंट से भी चर्चा की। स्टूडेंट ने स्टार्टअप शुरू करने की कहानी PM को बताई। स्टूडेंट ने कहा- हम लोग हाईपरलूप प्रोजेक्ट को लेकर एक साथ आए। हमने एक टीम बनाई, जिसका नाम अविष्कार हाईपरलूप रखा गया।
स्टूडेंट ने कहा- इस प्रोजेक्ट को लेकर हम अमेरिका भी गए थे। स्टूडेंट ने बताया कि आने वाले समय में स्पेस सेक्टर को लेकर कई चीजें होने वाली हैं। अगले साल हम अपना सैटेलाइट स्पेस में भेजेंगे। इसमें हमारे स्टार्टअप ने भी कुछ काम किया है।
22 भाषाओं में ब्रॉडकास्ट होता है मन की बात कार्यक्रम
मन की बात को 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा 11 विदेशी भाषाओं में भी ब्रॉडकॉस्ट किया जाता है। इनमें फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी, दारी और स्वाहिली शामिल हैं।
मन की बात की ब्रॉडकास्टिंग आकाशवाणी के 500 से अधिक ब्रॉडकास्टिंग सेंटर द्वारा किया जाता है। मन की बात का पहला एपिसोड 3 अक्टूबर 2014 को प्रसारित हुआ था। पहले एपिसोड की टाइम लिमिट 14 मिनट थी। जून 2015 में इसे बढ़ाकर 30 मिनट कर दिया गया था।