सोशल संवाद / डेस्क : नाक या ऊपरी होंठ के पास पिंपल फोड़ना खतरनाक हो सकता है। इस क्षेत्र को “ट्राएंगल ऑफ डेथ” इसलिए कहते हैं क्योंकि यहां की नसें सीधे दिमाग से जुड़ती हैं। अगर पिंपल या संक्रमण से बैक्टीरिया इन नसों में प्रवेश कर जाते हैं, तो इससे दिमाग में संक्रमण या ब्रेन हेमरेज जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि इस जगह पर पिंपल को न छुएं और न ही फोड़ें। उन्हें प्राकृतिक रूप से ठीक होने दें या सुरक्षित उपचार के लिए डॉक्टर से सलाह लें।
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‘ट्राएंगल ऑफ डेथ’ क्या है?
चेहरे का वह हिस्सा जो भौंहों के बीच से शुरू होकर नाक और ऊपरी होंठ के दोनों तरफ होता है, उसे ‘ट्राएंगल ऑफ डेथ’ कहते हैं। इसे यह नाम इसलिए मिला क्योंकि इस हिस्से से जुड़ी नसें सीधे दिमाग तक जाती हैं। अगर संक्रमण यहां फैलता है, तो यह सीधे दिमाग तक पहुंच सकता है।
पिंपल फोड़ना कैसे खतरनाक हो सकता है?
जब हम पिंपल फोड़ते हैं, तो वहां मौजूद बैक्टीरिया त्वचा या रक्तप्रवाह में प्रवेश कर सकते हैं। चेहरे के इस हिस्से की नसें मस्तिष्क के साइनस से जुड़ी होती हैं।
अगर संक्रमण यहाँ फैलता है तो यह स्थिति पैदा हो सकती है।
- मस्तिष्क की नसों में खून का थक्का बन सकता है।
- मस्तिष्क में मवाद भर सकता है।
- मस्तिष्क की झिल्ली में सूजन हो सकती है।
इसके लक्षण क्या हैं?
अगर आपको पिंपल या दाने फोड़ने के बाद ये लक्षण दिखें तो सावधान हो जाएँ।
- तेज़ सिरदर्द
- आँखों के आस-पास सूजन या दर्द
- तेज़ बुखार
- धुंधला दिखना
- चक्कर आना या बेहोशी आना
पिंपल फोड़ने से सावधान रहें –
पिंपल फोड़ने से बचें, खास तौर पर नाक और होठों के आस-पास – ‘ट्राएंगल ऑफ़ डेथ’ एरिया। इससे गंभीर संक्रमण हो सकता है। अपना चेहरा साफ रखें, इसे बार-बार न छुएँ और अगर पिंपल में दर्द या सूजन है, तो डॉक्टर से सलाह लें। उचित देखभाल और स्वच्छता आपकी त्वचा की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।