सोशल संवाद / डेस्क : किडनी स्टोन (गुर्दे की पथरी) आज की सबसे आम स्वास्थ्य समस्याओं में से एक बन चुकी है। जहां पहले यह बीमारी अधिकतर पुरुषों में देखी जाती थी, अब एक हालिया स्टडी के अनुसार महिलाएं, खासतौर पर युवा और एडल्ट महिलाएं, भी तेजी से इसकी चपेट में आ रही हैं।

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क्या है किडनी स्टोन?
किडनी स्टोन दरअसल मिनरल्स और नमक के छोटे-छोटे ठोस कण होते हैं, जो हमारे मूत्र तंत्र में जमा होकर पथरी का रूप ले लेते हैं। इनका आकार छोटे दाने से लेकर कंकड़ जितना बड़ा हो सकता है।
पुरुषों और महिलाओं में किडनी स्टोन का दर्द अलग क्यों होता है?
किडनी स्टोन का दर्द (Renal Colic) अचानक और बेहद तेज होता है। लेकिन इसकी लोकेशन और महसूस करने का तरीका पुरुषों और महिलाओं में थोड़ा अलग हो सकता है:
- पुरुषों में: दर्द अक्सर कमर, पीठ और ग्रोइन एरिया (अंडकोष तक) में होता है।
- महिलाओं में: दर्द निचले पेट और पेल्विक एरिया में अधिक महसूस होता है, जो कभी-कभी मासिक धर्म या स्त्री रोग से जुड़े दर्द जैसा लगता है।
महिलाओं में किडनी स्टोन का असर ज्यादा क्यों होता है?
Hormonal Changes का असर
Estrogen हार्मोन महिलाओं को कुछ हद तक पथरी से बचाता है, लेकिन मेनोपॉज के बाद इसका स्तर गिरने लगता है जिससे खतरा बढ़ जाता है।
Life Impact
40 साल से कम उम्र की महिलाओं में किडनी स्टोन के लक्षण और असर पुरुषों की तुलना में ज्यादा गंभीर देखे गए हैं। थकान, नींद की कमी और चिंता जैसी समस्याएं आम हैं।
संक्रमण का खतरा
महिलाओं में सर्जरी या लिथोट्रिप्सी (Shockwave Treatment) के बाद Sepsis यानी संक्रमण का खतरा अधिक होता है।
किडनी स्टोन के लक्षण – खासकर महिलाओं के लिए
- पेशाब करते समय तेज़ जलन या दर्द
- बार-बार पेशाब आना लेकिन बहुत कम मात्रा में
- कमर, पेट या पेल्विक एरिया में तीव्र दर्द
- मतली या उल्टी
- बुखार (यदि संक्रमण हो जाए)
- थकान और बेचैनी
किडनी स्टोन से बचने के उपाय (Prevention Tips)
पानी खूब पिएं
हर दिन कम से कम 8–10 गिलास पानी जरूर पिएं। पर्याप्त पानी पीने से यूरिन पतला रहता है और पथरी बनने वाले खनिज बाहर निकल जाते हैं।
नमक और प्रोसेस्ड फूड कम करें
ज़्यादा नमक, फास्ट फूड, तली-भुनी चीजें और पैकेज्ड स्नैक्स से परहेज़ करें।
प्रोटीन का बैलेंस रखें
ज़्यादा प्रोटीन, खासकर एनिमल प्रोटीन (जैसे रेड मीट), किडनी पर दबाव डाल सकता है। शाकाहारी और फाइबर युक्त आहार लें।
फिजिकल एक्टिव रहें
नियमित एक्सरसाइज से शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं, जो पथरी बनने से रोकते हैं।
सोडा और मीठे ड्रिंक्स से बचें
कोल्ड ड्रिंक्स और शुगर वाले पेय पदार्थ किडनी पर ज़्यादा बोझ डालते हैं। इनका सेवन सीमित करें।
किडनी स्टोन अब सिर्फ पुरुषों की बीमारी नहीं रही। महिलाओं में भी इसके मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं, और कई बार इसके लक्षण आम महिला रोगों से मिलते-जुलते हैं, जिससे डायग्नोसिस में देर हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि महिलाएं अपने शरीर के संकेतों को गंभीरता से लें और सही समय पर डॉक्टर से सलाह लें। साथ ही, हेल्दी डाइट और अच्छी लाइफस्टाइल अपनाकर इस तकलीफदेह बीमारी से बचा जा सकता है।








