सोशल संवाद /नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि भाजपा-आरएसएस के खिलाफ पार्टी की लड़ाई जारी है, हमें इस लड़ाई को जमीन और सड़कों तक ले जाना होगा।कांग्रेस अध्यक्ष गुरुवार को 13 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों के जिला अध्यक्षों के पहले चरण की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में इंडिया गठबंधन ने भाजपा गठबंधन के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ी और उन्हें 240 सीटों पर सीमित कर दिया। कांग्रेस ने लगभग 100 सीटें हासिल कीं। अगर इंडिया गठबंधन ने और मेहनत की होती, तो वह 20-30 और सीटें जीत सकता था, इतनी सीटें जीतने पर देश में वैकल्पिक सरकार बन सकती थी। अगर हम यह कर पाते, तो हम अपनी स्वतंत्र संस्थाओं, लोकतंत्र और संविधान पर हो रहे व्यवस्थित हमले को रोक सकते थे।
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देश के सामने चुनौतियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था खस्ताहाल है। अमीर और अमीर हो रहे हैं, जबकि गरीब और गरीब होते जा रहे हैं। बेरोजगारी अपने चरम पर है। आसमान छूती महंगाई के कारण घरेलू बचत दशकों में सबसे कम हो गई है।
इस दौरान खरगे ने देश में सामाजिक न्याय बहाल करने के लिए जाति जनगणना की पार्टी की मांग भी दोहराई।कांग्रेस अध्यक्ष ने विदेश नीति पर सरकार की विफलता की आलोचना करते हुए कहा कि अमेरिका जैसे देश न केवल हमारे नागरिकों का अपमान कर रहे हैं, बल्कि काउंटर-टैरिफ लगाकर हमें परेशान भी कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्यों की भाजपा सरकारें जनता का ध्यान भटकाने के लिए सांप्रदायिक विद्वेष पैदा कर रही हैं।
जिला अध्यक्षों की भूमिका के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि जिला अध्यक्ष सिर्फ संदेशवाहक नहीं हैं, बल्कि कांग्रेस पार्टी के सेनापति हैं, जो जमीन पर आगे बढ़कर नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा मजबूत है लेकिन सत्ता के बिना उस लागू नहीं किया जा सकता। इसलिए हमें हर प्रयास कर संगठन को मजबूत करना होगा और सत्ता में वापस आना होगा।
कांग्रेस की लड़ाई को बहुत बड़ा बताते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने जोर दिया कि जिला अध्यक्ष यह सुनिश्चित करें कि चर्चा लोगों के मुद्दों पर केंद्रित रहे।
उन्होंने जिला अध्यक्षों का ध्यान “मतदाता सूची प्रबंधन” की ओर आकर्षित किया और मतदाता सूचियों में बढ़ती विसंगतियों के बारे में भी बताया।
प्राथमिकताओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि अगले वर्ष असम, केरल, पुडुचेरी और तमिलनाडु में चुनाव होने हैं और यह जिला कांग्रेस अध्यक्षों की जिम्मेदारी है कि वे अपने-अपने जिलों में प्रत्येक उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करें।
बैठक को संबोधित करते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कांग्रेस जिला अध्यक्षों को पार्टी की रीढ़ बताते हुए कहा कि,”हमारा संघर्ष सिर्फ आरएसएस-भाजपा के खिलाफ नहीं है, बल्कि एक ऐसे भारत के लिए है, जहां हर नागरिक, हर समुदाय को अपने सपनों को पूरा करने का समान अधिकार मिले। हमारा लक्ष्य एक ऐसा भारत बनाना है जहां न्याय, समानता और अवसर हर किसी को मिले। हम मिलकर एक मजबूत कांग्रेस पार्टी और एक न्यायपूर्ण भारत बनाएंगे। यह हमारा समर्पण है और हम इसमें कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।” उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी की सफलता और समृद्धि आपके ऊपर निर्भर करती है। बिना आपके, कांग्रेस पार्टी न तो फल-फूल सकती है, और न ही सफलता हासिल कर सकती है।
वहीं बैठक के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता व मीडिया एवं प्रचार विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने बताया कि बैठक में कुल 338 जिला अध्यक्षों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि खरगे के अलावा, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, संगठन प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल, कोषाध्यक्ष अजय माकन और सभी राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों के प्रभारियों ने भी बैठक को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह दोतरफा संवाद था, क्योंकि न केवल वरिष्ठ नेताओं ने बात की, बल्कि प्रत्येक राज्य/केंद्र शासित प्रदेश के एक या दो जिला अध्यक्षों को भी बोलने के लिए कहा गया।










