सोशल संवाद/ डेस्क : माता-पिता अपने बच्चे के लिए जो चाहते हैं अच्छा ही चाहते हैं. पैरेंट्स की यही इच्छा होती है कि उनका बच्चा सबसे अलग, सबसे समझदार और सबसे गुणकारी हो. लेकिन, अक्सर माता-पिता बच्चों की परवरिश में चूक जाते हैं और समय रहते उन्हें वो गुण नहीं सिखाते जो उनमें होने चाहिए.
ये गुण किसी तरह की प्रतिभा या कहें स्किल (Skill) हो सकती है जो घर, बाहर, विद्यालय और जिंदगी भर बच्चों का साथ देती है. यहां जानिए वो कौनसी स्किल्स हैं जो 12 साल तक के बच्चे में होने चाहिए. कई बार बच्चों को किसी कारण से घर में अकेला रहना पड़ता है और यह भी हो सकता है कि इस समय उनके पास कुछ खाने का ना हो.
ऐसे में 12 साल (12 Years) तक के बच्चों को खुद के लिए कुछ बनाकर खाना आना चाहिए. गैस पर कुछ पकाकार ना सही लेकिन ब्रेड पर मक्खन या जैम लगाकर, भेलपूरी या सैंडविच बनाकर बच्चे खा लें इतनी समझ उनमें होनी चाहिए.
अपने कपड़े धोना
इस उम्र में बच्चों को पूरी तरह मम्मी पर निर्भर नहीं रहना चाहिए. ज्यादा नहीं तो अपने अंडरगार्मेंट्स धोकर डालना बच्चों को आना चाहिए. बच्चे मतलब लड़के-लड़कियां दोनों को अपने छोटे-मोटे कपड़े धोकर डालना सिखाएं और यह उनकी जीवनशैली (Lifestyle) का हिस्सा बना दें. आप कभी आस-पास ना भी हुए तो कम से कम बच्चे अपने जरूरी कपड़े धोकर पहन सकेंगे.
खाना ऑर्डर करना
बहुत से बच्चे युवावस्था तक आते-आते भी रेस्टोरेंट या कैफे में खाना ऑर्डर करना नहीं सीखते हैं. आपके बच्चे को इस तरह की झिझक ना हो और वह कहीं ना झेंपे इसके लिए उसे खाना ऑर्डर करना सिखाएं. जब कहीं पूरा परिवार कुछ खाने साथ में बाहर जाए तो बच्चे को अपने लिए खुद ऑर्डर करने के लिए कहें.
घर का सामान लेना
बच्चे दुकान से जाकर घर का एक-दो सामान लेकर आएं यह भी जरूरी है. कई बार देखा जाता है कि मोहल्ले में रहने वाले बच्चे दिन में दुकान तक 2 से 3 चक्कर लगा लेते हैं लेकिन सोसाइटी में रहने वाले बच्चों (Children) के साथ ऐसा नहीं देखा जाता है. आप कहीं भी रहते हों कोशिश करें कि आपके बच्चे को घर के कुछ सामान, दाल या चावल आदि खरीदना आता हो.
सफर करना
12 साल तक के बच्चों को बस, टैक्सी या ऑटो लेना आना चाहिए.कभी बच्चा कहीं अनजान जगह पर हो तो कम से कम उसे पता होगा कि लौटकर घर कैसे आते हैं.यह बच्चे की अपनी सुरक्षा और सुविधा के लिए अच्छा होगा कि उसे बस वगैरह में सफर करना आता हो.