सोशल संवाद/डेस्क : बीएएमएस कोर्स का पूर्ण क्षमता से सफल संचालन कर रहे महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, आरोग्यधाम गोरखपुर में चंद प्रक्रियात्मक औपचारिकताओं के पूरा होने के बाद सत्र 2024-25 से एमबीबीएस की पढ़ाई भी शुरू होने की पूरी उम्मीद है। विश्ववविद्यालय कार्यपरिषद की बैठक में सत्र 2024-25 से एमबीबीएस पाठ्यक्रम चलाने के लिए हरी झंडी मिल गई है।
महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद की बैठक रविवार को कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी की अध्यक्षता एवं कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव के संचालन में हुई। कार्यपरिषद की बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए उप कुलसचिव (प्रशासन) श्रीकान्त ने बताया कि शैक्षिक सत्र 2024-25 से एमबीबीएस के साथ ही बीबीए लॉजिस्टिक पाठ्यक्रम को कार्यपरिषद की मंजूरी मिल गई है। बैठक में प्रवेश प्रक्रिया को शत प्रतिशत ऑनलाइन करने का निर्णय लिया। इसके साथ ही प्रवेश समिति को निर्धारित समय सारिणी के अनुसार समयबद्ध प्रवेश कार्यवाही की अनुमति दी गई। यह भी तय किया गया कि सत्र 2024-25 से प्रवेश के समय ही छात्रावास का आवंटन किया जाएगा।
कार्यपरिषद ने बीएएमएस, नर्सिंग, फार्मेसी संकाय के कोर्सेज समेत अन्य कई महत्वपूर्ण यूजी, पीजी, डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में 1 अप्रैल से शुरू प्रवेश प्रक्रिया पर भी चर्चा की। बताया गया कि इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन30 अप्रैल तक स्वीकार किए जाएंगे। प्रवेश परीक्षा अलग अलग निर्धारित तिथियों में होगी। कार्यपरिषद की बैठक में कुल 73 बिंदुओं पर चर्चा की गई। बैठक के दौरान वर्ष 2024-25 के लिए 148 करोड़ रुपये का बजट भी पारित किया गया।
बैठक में कार्यपरिषद सदस्य महंत योगी मिथिलेशनाथ, रामजन्म सिंह व प्रमथनाथ मिश्र (वरिष्ठ सदस्य महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद), कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. सीएम सिन्हा, संयुक्त सचिव उच्च शिक्षा विभाग प्रेम कुमार पांडेय, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की आचार्य डॉ. शोभा गौड़, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो. सुनील कुमार, प्रशासनिक अधिष्ठाता डॉ. राजेंद्र भारती, चिकित्सा संकाय के अधिष्ठाता डॉ. हरिओम शरण, परीक्षा नियंत्रक अमित कुमार सिंह, आयुर्वेद कॉलेज के डॉ. सुमित कुमार एम, प्रिया एसआर नायर, मुख्य अभियंता नीरज कुमार गौतम, चार्टर्ड अकाउंटेंट अनिल कुमार सिंह, सहायक अभियंता आशीष उपस्थित रहे।