सोशल संवाद / डेस्क : बहुत से लोग कैब या ऐप बाइक से नियमित रूप से यात्रा करते हैं। उनके लिए बड़ी खबर महाराष्ट्र सरकार ने 1 मई को एग्रीगेटर कैब पॉलिसी 2025 नाम से एक नई नीति पेश की है, जो ओला, उबर और रैपिडो जैसी कैब और ऐप-बाइक सेवाओं के लिए बड़े बदलाव ला रही है।
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सवारी शुरू होने से पहले यात्रियों को ड्राइवर का नाम, फोटो और वाहन नंबर दिखाना होगा। सभी यात्रियों को बुनियादी बीमा प्रदान किया जाना चाहिए। जो वाहन बहुत पुराने हैं या जिनके पास फिटनेस प्रमाणपत्र नहीं है, उन्हें नहीं चलाया जा सकता।
सरकार को उम्मीद है कि इन नियमों से यात्रा का अनुभव बेहतर होगा और अनावश्यक रूप से सवारी रद्द होने पर रोक लगेगी। ये बदलाव महाराष्ट्र में संचालित सभी ऐप-आधारित कैब और बाइक सेवाओं पर लागू होंगे।
मुआवजा:
यदि कोई ड्राइवर बिना किसी वैध कारण के बुकिंग रद्द करता है, तो ग्राहक को मुआवजा मिलेगा। यह राशि कैशबैक या अगली सवारी पर छूट के रूप में दी जाएगी।
यह निर्णय क्यों?
सरकार ने बताया कि मुंबई, पुणे, नागपुर जैसे मेट्रो शहरों में ड्राइवरों द्वारा बुकिंग रद्द करने के कारण ग्राहकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ड्राइवर अक्सर व्यस्त घंटों, खराब मौसम या गंतव्य लाभदायक न होने पर बुकिंग रद्द कर देते हैं। कई बार वे अतिरिक्त पैसे भी मांगते हैं। इससे यात्रियों को काफी परेशानी होती है।
कैब और बाइक ड्राइवरों के लिए नए नियम:
नए नियमों में कहा गया है कि अगर कोई कैब या बाइक ड्राइवर बुकिंग स्वीकार करता है और बिना किसी वैध कारण के बुकिंग रद्द करता है, तो ग्राहकों को मुआवजा दिया जाएगा।
सरकार को उम्मीद है कि इन नियमों से यात्रा का अनुभव बेहतर होगा और अनावश्यक रूप से राइड कैंसिलेशन पर रोक लगेगी। ये बदलाव महाराष्ट्र में संचालित सभी ऐप-आधारित कैब और बाइक सेवाओं पर लागू होंगे।