सोशल संवाद डेस्क : सिक्किम के Tsomgo में एक एवलांच ने 6 लोगों की जान ले ली है। इस बर्फीले तूफान की वजह से टूरिस्ट बस खाई में जा गिरी और मौके पर ही 6 लोगों की मौत हो गई है। इसमें एक बच्चा भी शामिल बताया जा रहा है। अभी इस समय 150 लोग बर्फ के नीचे फंसे हुए हैं। 22 लोगों का सफल रेस्क्यू कर लिया गया है।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को Tsomgo में एक तेज बर्फीला तूफान आया था। उस तूफान की वजह से एक टूरिस्ट बस अनियंत्रित हो गई और सीधे खाई में जा गिरी। उस हादसे में चार पुरुष, एक महिला और एक बच्चे की मौके पर मौत हो गई। चिंता की बात ये है कि 150 लोग अभी भी बर्फ के नीचे ही फंसे हुए हैं। स्थानीय लोगों ने तो सिक्किम पुलिस के साथ मिलकर जमीन पर रेस्क्यू शुरू कर दिया है. कई लोग अभी घायल हैं।
पिछले साल आए तीन बड़े एवलांच
- जनवरी 2022: तिब्बत में एवलांच की चपेट में आने से 8 लोगों की मौत हो गई थी। स्टेट मीडिया के मुताबिक, हादसा तिब्बत के दक्षिण-पश्चिमी इलाके न्यिंगची शहर में डोक्सोंग ला सुरंग के पास हुआ था।
- नवंबर 2022: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा माछिल इलाके में 5 जवान हिमस्खलन की चपेट में आ गए। इनमें से 3 शहीद हो गए थे। 56 राष्ट्रीय रायफल्स के ये जवान रुटीन गश्त कर रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि हादसे की जानकारी मिलते ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया और 2 जवानों को बचा लिया गया।
- फरवरी 2022: अरुणाचल प्रदेश में एवलांच के बाद लापता हुए सेना के 7 जवानों के शव बरामद हुए। सेना के मुताबिक, वे पिछले दो दिन से बर्फ में फंसे थे। भारतीय सेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि कामेंग सेक्टर के हाई एल्टिट्यूड वाले क्षेत्र में एवलांच में फंसे सेना के सातों जवानों की मौत हो गई। सभी जवानों के शव एवलांच वाली जगह से बरामद किए गए।
क्या होता है हिमस्खलन ?
बर्फ या पत्थर के पहाड़ की ढलान से तेजी से नीचे गिरने को हिमस्खलन या एवलांच कहते हैं। हिमस्खलन के दौरान, बर्फ, चट्टान, मिट्टी और अन्य चीजें किसी पहाड़ से नीचे की ओर तेजी से फिसलती हैं।
हिमस्खलन आमतौर पर तब शुरू होता है जब किसी पहाड़ की ढलान पर मौजूद बर्फ या पत्थर जैसी चीजें उसके आसपास से ढीली हो जाती हैं। इसके बाद ये तेजी से ढलान के नीचे मौजूद और चीजों को इकट्टा कर नीचे की और गिरने लगती हैं। चट्टानों या मिट्टी के स्खलन को भूस्खलन कहते हैं।