---Advertisement---

2023 में क्रिकेट ने बदली इस खिलाड़ियों की किस्मत घर से टीम इंडिया मे डेब्यु का सफर

By admin

Published :

Follow

Join WhatsApp

Join Now

सोश्ल संवाद/ डेस्क : टीम इंडिया के कई खिलाड़ियों की तरह तिलक वर्मा भी बेहद साधारण परिवार से आते हैं। उनका पूरा नाम नंबूरी ठाकुर तिलक वर्मा है। हैदराबाद के इस उभरते खिलाड़ी के पिता नागराजू वर्मा एक इलेक्ट्रिशियन हैं और मां गृहणी। जब तिलक 11 साल के थे तो उनके कोच सलीम बयाश ने उन्हें टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलते देखा। सलीम ने तिलक की प्रतिभा को पहचाना। सलीम ही तिलक को अपनी अकादमी तक स्कूटर से 40 किलोमीटर का सफर कर लाते थे। जल्द इस युवा खिलाड़ी ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाना शुरू कर दिया।

दिसंबर 2018 में हैदराबाद के लिए उन्होंने रणजी ट्रॉफी में खेलना शुरू किया। सात मैचों में 147.26 की स्ट्राइक रेट से 215 रन बनाए। फरवरी 2019 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में तिलक ने हैदराबाद के लिए टी-20 में डेब्यू किया। सितंबर 2019 में तिलक ने विजय हजारे ट्रॉफी में पदार्पण किया और पांच मैचों में न केवल 180 रन बनाए, बल्कि 4 विकेट भी लिए। वर्ष 2020 में अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप में उन्हें टीम इंडिया में शामिल किया गया। हालांकि, यहां उनका प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा और 6 मैचों में 86 रन ही बना सके।

वर्ष 2022 में तिलक वर्मा को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलने का मौका मिला। मुंबई इंडियंस ने उन्हें 1.70 करोड़ रुपए में खरीदा। अब तक 25 आईपीएल मैचों में वह 740 रन बना चुके हैं और उनका स्ट्राइक रेट 144.53 का है। आईपीएल में तिलक का अधिकतम स्कोर 84 रन नाबाद है और उन्होंने तीन हॉफ सेंचुरी भी लगाई हैं। तिलक वर्मा एक हरफनमौला खिलाड़ी हैं और छक्के लगाना भी बखूबी जानते हैं। वो बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, जबकि दाएं हाथ से ऑफब्रेक बॉलिंग करते हैं। हालांकि, अब तक उन्हें बॉलिंग का अधिक मौका नहीं मिला है।

वेस्टइंडीज के साथ पांच मैचों की टी-20 सीरीज में भारत 2-0 से पीछे चल रहा था। प्रोविडेंस में तीसरा मैच बेहद निर्णायक हो गया था। यदि यह मैच भारत हार जाता तो सीरीज भी हार जाता। जब भारत को यशस्वी जायसवाल व शुभमन गिल के रूप में जल्द ही दो झटके लगे और सूर्यकुमार यादव पिच पर नए बल्लेबाज थे, तब तिलक वर्मा ने पिच को पकड़कर रखा।

सूर्यकुमार के साथ तीसरे विकेट के लिए तिलक ने 87 रन जोड़े। तिलक जब अपनी हाफ सेंचुरी के मुहाने पर खड़े थे तो कप्तान हार्दिक पांड्या ने छक्का लगाकर टीम को मैच जिता दिया। अपने छक्के को लेकर हार्दिक पांड्या सोशल मीडिया पर ट्रोल भी हो रहे हैं, क्योंकि हार्दिक चाहते तो तिलक वर्मा हॉफ सेंचुरी पूरी कर सकते थे।

खैर क्रिकेट व्यक्तिगत न होकर टीम गेम है। मध्य क्रम के बल्लेबाज तिलक वर्मा के आगे एक लंबा करियर है और अभी उन्हें कई सेंचुरी लगानी हैं। वैसे, आगामी वर्ल्ड कप में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को तिलक को मौका देकर अंतिम 16 खिलाड़ियों में जगह देनी चाहिए। निश्चित ही यह प्रतिभावान खिलाड़ी क्रिकेट प्रेमियों को निराश नहीं

YouTube Join Now
Facebook Join Now
Social Samvad MagazineJoin Now
---Advertisement---

संबंधित पोस्ट