सोशल संवाद/डेस्क : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को झारखंड मंत्रालय में पथ निर्माण विभाग की समीक्षा की। इस दौरान अधिकारियों को सड़कों के किनारे हेलीपैड निर्माण को लेकर कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया। इसके तहत सड़कों के उन लोकेशंस को चिन्हित किया जाएगा, जो हेलीपैड निर्माण के लिए उपयुक्त होंगे। इससे दुर्घटनाओं और आपातकालीन परिस्थितियों में घायलों को तत्काल एयरलिफ्ट कराकर अस्पताल पहुंचाया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री ने समीक्षा के दौरान कहा कि बेहतर सड़कों के नेटवर्क से विकास को गति मिलती है। ऐसे में अच्छी सड़कों के निर्माण पर सरकार का विशेष जोर है। उन्होंने सड़कों की गुणवत्ता को लेकर कोई शिकायत मिलने पर संबंधित इंजीनियर और ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। मुख्यमंत्री ने उच्चस्तरीय बैठक में विभिन्न सड़क परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अधिकारियों को सड़कों का निर्माण तय समय पर पूरा करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री को पथ निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार ने बताया कि राज्य में फॉरेस्ट क्लीयरेंस से संबंधित 13 सड़क परियोजनाएं हैं। इनमें पांच में वन विभाग की ओर से एनओसी मिल चुका है, जबकि आठ सड़क परियोजनाएं फॉरेस्ट क्लीयरेंस की वजह से अटकी हुई हैं। इसपर मुख्यमंत्री ने कहा कि वन विभाग और पथ निर्माण विभाग आपस में समन्वय बनाकर इसका निदान निकालें, ताकि सड़कों के निर्माण में आ रही अड़चनें दूर हो सके।