सोशल संवाद/डेस्क : किशोर होते बच्चे किशोरावस्था में तरह तरह के मानसिक व शारीरिक बदलावों से गुजरते है। इन बदलावों के बारे में उनके साथ खुलकर बात करना, उनके मन में उठने वाले सवालों का जवाब ससमय मिलना बेहद आवश्यक है। पटमदा स्थित राज्य संपोषित +2 उच्च विद्यालय पटमदा में प्रधानाध्यापक मिथिलेश कुमार के मार्गदर्शन में सामाजिक संस्था निश्चय फाउंडेशन के द्वारा माहवारी स्वास्थ्य एवं जेंडर समानता विषयक कार्यशाला आयोजित की गई।
कार्यक्रम में झारखंड के पैडमेन के नाम से जाने जाने वाले निश्चय के संस्थापक तरुण कुमार ने बच्चियों को प्रोत्साहित करते हुए बताया की किशोर होते बच्चों में हार्मोनल चेंज के कारण तेजी से शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक बदलाव आते है। इसी क्रम में किशोरियों में माहवारी जैसी प्राकृतिक प्रक्रिया की शुरुआत होती है, समाज में झिझक माने जाने वाले माहवारी विषय के प्रति भी लड़कियों के साथ साथ लड़कों को भी जागरूक होना आवश्यक है। इसी क्रम में बच्चियों को माहवारी स्वास्थ्य, महिला स्वास्थ्य से जुड़ी जरूरी जानकारियां विस्तार से दी गई। मौके पर उपस्थित आरंभ संस्था की पूजा अग्रवाल ने भी बच्चों को शिक्षा, कैरियर व महिला सशक्तिकरण से जुड़ी बातें साझा की।
कार्यक्रम के बाद विद्यालय में बच्चों की सभा आयोजित कर समाज में बच्चों के विकास में बाधक अशिक्षा, बाल विवाह, बाल हिंसा, मानव तस्करी इत्यादि जैसी समस्याओं के प्रति भी बच्चों को बेहद ही संजीदगी से जागरूक करते हुए बच्चों, बड़ों व सामाजिक प्रशासनिक भागीदारी से इन सामाजिक कुरीतियां को समाज से मिटाने का संकल्प लिया गया।
गांवों में आर्थिक अभाव में बच्चियां हर महीने सैनिटरी पैड नहीं खरीद पाती। इस समस्या को देखते हुए निश्चय फाउंडेशन, प्रोजेक्ट बाला के साथ मिलकर कोल्हान के विभिन्न विद्यालयों व गांवों की 5100 जरूरतमंद बच्चियों व महिलाओं तक रियूजेबल पैड पहुंचाने का कार्य कर रही है। सोमवार को पटमदा +2 उच्च विद्यालय एवम् आदिवासी उच्च विद्यालय बांगुड़दा की लगभग 400 बच्चियों को पर्यावरण अनुकूल प्रोजेक्ट बाला किट का उपहार दिया गया। किट में तीन रियूजेबल पैड है, जिनका इस्तेमाल बच्चियां बार बार धोकर लगभग दो साल तक कर सकती है। पैड का उपहार मिलने से बच्चियों के चेहरे पर खुशी देखी गई। मौके पर विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाएं व अन्य महत्वपूर्ण रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम के आयोजन में आशीष कुमार का महत्वपूर्ण योगदान रहा।