July 27, 2024 8:08 am
Search
Close this search box.

हो भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर एक दिवसीय धरना- प्रदर्शन कार्यक्रम रखा गया है

सोशल संवाद/डेस्क : झारखंड सरकार और ओड़िशा सरकार द्वारा अनुशंसा प्राप्त हो भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने हेतु आदिवासी हो समाज युवा महासभा के नेतृत्व में 21 अगस्त 2023 को सांसद मार्ग,जंतर- मंतर नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर एक दिवसीय धरना- प्रदर्शन कार्यक्रम रखा गया है। भाषा की पहचान को लेकर विभिन्न राज्यों से भाषा आंदोलनकारी, भाषा प्रेमी तथा विद्यार्थियों ने अब तक दिल्ली चलने के लिए लगभग 1200 लोगों ने रेलवे टिकट बुक करायी है। इसमें से कुछ लोगों ने हवाई यात्रा से आंदोलन में सहयोग करने के लिए स्वेच्छा से टिकट बुक करायी है। 18 एवं 19 अगस्त को कोल्हान रेंज से जानेवाले लोगों ने टाटानगर से सुबह साढ़े छः बजे पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, टाटानगर एवं चक्रधपुर से उत्कल एक्सप्रेस से सुबह सात बजे प्रस्थान करेंगे और राँची, रामगढ़, हजारीबाग, बोकारो, के लोग राँची-हटिया जॉन से ट्रेन पकड़ेंगे। तीन ट्रेनों को रेलवे विभाग द्वारा रद्द कर दिया गया है, जिसमें वैकल्पिक ट्रेनों के लिए व्यवस्था किया जा रहा है।

आदिवासी हो भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने हेतु माँग करने के लिए झारखंड, ओड़िशा, असम,पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु एवं नई दिल्ली, महाराष्ट्र,आंध्रा प्रदेश एवं मध्य प्रदेश इत्यादि राज्यों से लोग शामिल हो रहे हैं। साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर के लिए ऑल इंडिया हो लैंग्वेज एसक्शन कमिटी, आदिवासी हो समाज महासभा,मानकी- मुण्डा संघ, सिदा होरा सुसर अखाड़ा, हो भारतीय रेल, ऑल इंडिया हो बैंकर्स वेल्फेयर सोसाईटी,ऑल कोल्हान आदिवासी शिक्षक संघ,ऑल असम हो वेल्फेयर सोसाईटी, कोल हो हयम सनागोम सोसाईटी बंगाल,आदिवासी हो क्लचर एसोसिएशन बंगाल,आदिवासी हो समाज सेवा निवृत्त संगठन, आदि संस्कृति विज्ञान संस्थान, विलासपुर हो मुण्डा समाज, हो समाज हैदराबाद, आदिवासी हो परिवार मध्य प्रदेश, सिंहभूम आदिवासी समाज एवं आदिवासी कल्याण समिति राँची, छात्र संगठन, विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के परीक्षार्थीगण, आदिवासी कल्याण केंद्र किरीबुरू, हो समाज ढिशुम दिल्ली, कोल्हान वितिहुडी पेए अखाड़ा आदि संगठन का भी सहयोग प्राप्त है।

आदिवासी हो समाज युवा महासभा की ओर से ईमेल के माध्यम से हो समाज का प्रतिनिधिमंडल को हो भाषा की मान्यता के संबंध में देश के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह एवं राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु से मुलाकात कर विस्तृत वार्ता हेतु समय माँग गया है। जिसमें जनजातीय कार्यमंत्री अर्जुन मुण्डा, शिक्षा मंत्री, धमेन्द्र प्रधान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री-बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, सांसद विधुतवरण महतो, राज्यसभा सांसद समीर उरांव इत्यादि से प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, और राष्ट्रपति से मिलवाने में हो समाज को मदद करने के लिए अनुरोध किया गया है।

हो समाज की पुरानी माँग भाषा के समर्थन में सहयोग न मिलें तो 2024 का चुनाव हो समाज का मधेनजर रहेगी आदिवासी हो समाज युवा महासभा की ओर से, भाजपा, कांग्रेस, झामुमो एवं अन्य राजनीतिक दलों को सहयोग के लिए सांसद- विधायक- मंत्रीयों को अनुरोध किया गया है। सामाजिक आर्थिक तथा राजनीतिक सहयोग करने के लिए समर्थन माँग गया है। इसके बाबजूद अगर सहयोग न मिलें तो 2024 का लोकसभा और विधानसभा चुनाव पर कड़ी नजर रखेंगे। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मानकी-मुण्डा संघ केन्द्रीय अध्यक्ष गणेश पाट पिंगुवा,आदिवासी हो समाज युवा महासभा महासचिव गब्बरसिंह हेम्ब्रम, कोषाध्यक्ष महर्षि महेन्द्र सिंकू, प्रदेश संगठन सचिव राहुल  पुरती, प्रदेश सांस्कृतिक सचिव जगन्नाथ हेस्सा,सदस्य कमलेश बिरूवा आदि मौजूद थे।

Print
Facebook
Twitter
Telegram
WhatsApp
जाने छठ पूजा से जुड़ी ये खास बाते विराट कोहली का जन्म एक मध्यमवर्गीय परिवार में 5 नवंबर 1988 को हुआ. बॉलीवुड की ये top 5 फेमस अभिनेत्रिया, जिन्होंने क्रिकेटर्स के साथ की शादी दिवाली पर पिछले 500 सालों में नहीं बना ऐसा दुर्लभ महासंयोग सोना खरीदने से पहले खुद पहचानें असली है या नकली धनतेरस में भूल कर भी न ख़रीदे ये वस्तुएं दिवाली पर रंगोली कहीं गलत तो नहीं बना रहे Ananya Panday करेगीं अपने से 13 साल बड़े Actor से शादी WhatsApp में आ रहे 5 कमाल के फीचर ये कपल को जमकर किया जा रहा ट्रोल…बच्ची जैसी दिखती है पत्नी