सोशल संवाद/दिल्ली (रिपोर्ट – सिद्धार्थ प्रकाश ) : 9 साल से मुसलिम तुष्टीकरण, भ्रष्टाचार घोटालों, विकास बाधित करने के आरोपों में घिरी केजरीवाल सरकार द्वारा आज अचानक रामराज्य बजट की कल्पना करना दर्शाता है की वह देश में श्री राम मंदिर निर्माण के बाद प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के पक्ष में चल रही राजनीतिक समर्थन की हवा से बौखला चुके हैं और उसी लिए रामराज्य बजट जैसा शब्द चुरा कर बोला है। कपूर ने कहा है की केजरीवाल द्वारा रामराज्य करना एक फिल्म गीत की याद दिलाता है -“देखो ए बेईमानों (दिवानों) तुम यह काम ना करो राम का नाम बदनाम ना करो।
” अरविंद केजरीवाल समझ लें की दिल्ली एवं देश की जनता उन्हे रामराज्य जैसे पवित्र शब्द के अपनी ओछी राजनीतिक यात्रा में प्रयोग करने को कभी माफ नहीं करेगी। दिल्ली भाजपा प्रवक्ता ने कहा है की केजरीवाल के रामराज्य में शायद अपनों के लिए घोटाले और जनता के लिए वनवास होगा। बेहतर होगा अरविंद केजरीवाल अपने नित नये राजनीतिक प्रपंच छोड़ कर पहले रामराज्य की अवधारणा को समझें।