सोशल संवाद/दिल्ली (रिपोर्ट – सिद्धार्थ प्रकाश): दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि मंत्री सौरभ भारद्वाज सहित आम आदमी पार्टी के नेताओं को यमुना बेल्ट में रहने वाले पाकिस्तान के हिंदू शरणार्थियों की झुग्गी बस्ती हटाने के नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के न्यायिक आदेशों पर गंदी राजनीति करते देखना खेदजनक है।
एनजीटी ने एक आदेश में बहुत पहले ही गुरुद्वारा मजनू का टीला के दक्षिण में नदी तट पर अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था, लेकिन मानवीय दृष्टिकोण के साथ डीडीए की संबंधित शाखा ने इसमें यथासंभव देरी की। जब निष्कासन अपरिहार्य हो गया तो डीडीए ने हटाने का नोटिस जारी किया लेकिन नोटिस में उसने पाकिस्तानी शरणार्थियों को अस्थायी वैकल्पिक आवास की पेशकश की।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि चांदनी चौक की स्थानीय भाजपा इकाई इन पाकिस्तानी शरणार्थियों का हर दुख सुख में साथ देती रही है। कोविड चरण में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान से आए इन हिंदू शरणार्थियों के लिए नियमित भोजन, कपड़े और दवाओं आदि की व्यवस्था की, जब दिल्ली सरकार के मंत्री तो छोड़िए, स्थानीय आम आदमी पार्टी के विधायक भी लापता हो गए थे।सचदेवा ने कहा है कि कल देर रात जैसे ही शरणार्थी नेताओं ने भाजपा नेताओं को बेदखली नोटिस के बारे में अवगत कराया, हमने तुरंत इस मामले को उपराज्यपाल के सामने उठाया और आज होने वाली बेदखली को रुकवा दिया।
यह अफ़सोस की बात है कि दिल्ली सरकार में होने के बावजूद “आप” नेताओं ने पिछले 9 वर्षों में कभी भी पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों से मुलाकात नहीं की और आज भी उन्हें उचित आवास प्रदान करने में मदद के बजाए प्रेस कॉन्फ्रेंस करते रहे। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा है कि उपराज्यपाल ने हमें आश्वासन दिया है कि हिंदू शरणार्थियों को वैकल्पिक आवास की अनुमति दिए बिना बेदखल नहीं किया जाएगा।