सोशल संवाद/डेस्क : हर वर्ष 2019-20 में रू0 500.00 करोड़ की लागत से बराज बनकर तैयार है। पिछले साढ़े तीन वर्षों में यदि मुराकाटी शाखा नहर का निर्माण कार्य पूरा हो गया होता तो गरीब किसानों को सिंचाई उपलब्ध हो गया होता। विगत चार वर्षों से औपचारिक रूप से जल संसाधन विभाग रांची द्वारा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजनान्तर्गत सुवर्णरेखा परियोजना के लिए अतिरिक्त केन्द्रीय अनुदान का प्रस्ताव केन्द्र सरकार को नहीं भेजा गया है।
12.09.2023 को माननीय मंत्री, जल शत्ति मंत्रालय, नई दिल्ली को Tunnel के तीनों एकरारनामों को पुर्नजीवित करने हेतु ज्ञापन सौंपते हुए आवश्यक आवंटन उपलब्ध कराने हेतु अनुरोध किया था और राज्य सरकार के प्रस्ताव पर सहानुभूतिपूर्वक प्रत्येक वर्ष परियोजना के निर्माण का खर्च 8 से 10 प्रतिशत बढ़ रहा है। Tunnel के पुराने एकरारनामा को जीवित कर वर्ष 2019 के अनुसूचित दर पर निर्माण कार्य पूरा होगा।
सांसद महतो ने कहा कि आपके माध्यम से माननीय मंत्री जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार से अनुरोध है कि उपरोक्त तथ्यों के आलोक में मुराकाटी शाखा नहर के Tunnel के तीनों एकरारनामाओं को पुर्नजीवित करने हेतु झारखण्ड सरकार को निदेशित करने का कष्ट करेंगे।