April 28, 2024 3:05 am
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रोहतास जिला के तत्वाधान में जिला स्तरीय स्वतंत्रता सेनानी के सम्मान समारोह एवं सांस्कृतिक संगोष्ठी सासाराम में सम्पन्न हुई

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सोशल संवाद/डेस्क : संस्कार भारती, रोहतास जिला के तत्वाधान में “जिला स्तरीय स्वतंत्रता सेनानी सम्मान समारोह एवं सांस्कृतिक संगोष्ठी, रोहतास गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय, जमुहार, सासाराम में सम्पन्न हुई जिसकी अध्यक्षता गोपाल नारायण सिंह, पूर्व सांसद , संस्थापक एवं कुलपति, गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय ने की । संगोष्ठी में मुख्य अतिथि महेन्द्र नाथ पाण्डेय, प्राध्यापक, शंकर महाविद्यालय, सासाराम उपस्थित थे।

विशिष्ट वक्ताओं में श्री प्रेम शंकर ओझा, Ex. Sr. Advisor, Directorate General of Hydrocarbons , MoPNG , New Delhi एवं प्रबंध निदेशक , देवत्व संवर्धन चेतना संस्थान, प्रज्ञाकुंज आरण्यक, सासाराम के अलावा डा गुरूचरण सिंह, पूर्व प्राचार्य, शाॅति प्रसाद जैन महाविद्यालय, सासाराम, डा महेन्द्रनाथ पाण्डेय, प्राध्यापक, शंकर महाविद्यालय , सासाराम, डा श्याम सुन्दर तिवारी, शोध अन्वेषक, रोहतास, आकाशवाणी सासाराम, सुश्री इन्दिरा  जी सामाजिक कार्यकर्ता तथा डा अवधूत राणा, राष्ट्रीय प्रवक्ता, भोजपुरी जनजागरण अभियान , रोहतास भी अपने ओजस्वी व्याख्यानों  से क्रांतितीर्थ को मानो सजीव ही कर दिया ।

आयोजन समिति के गोविन्द नारायण सिंह ,  बुटस तिवारी एवं अंशुमान भारद्वाज़ का नाम उल्लेखनीय है । संपूर्ण कार्यक्रम संस्कृति मंत्रालय , भारत सरकार , संस्कार भारती , बिहार प्रदेश एवं Institute of Social and Cultural Studies , India के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ।

प्रस्तुत कार्यक्रम में रोहतास जिले के ज्ञात एवं अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों की अमर गाथाओं पर प्रस्तुति श्री प्रेम शंकर ओझा द्वारा की गयी , जिसमें उन्हें अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि दी गयी । गुरूचरण सिंह द्वारा जिले के स्वतंत्रता सेनानियो की बीर गाथाओ पर विशद् चर्चा हुयी । सुश्री इन्दिरा जी द्वारा  संगोष्ठी का ध्यान

सासाराम के 12 स्वतंत्रता सेनानियों पर विशेष रूप से आकर्षित किया गया जिन्हें तोपो से उडा दिया गया था । डा श्याम सुन्दर तिवारी  ने  संगोष्ठी में यह बताया कि सतयुग एवं त्रेता  युग का सिद्धाश्रम सासाराम की कैमुर पहाडियों का हीं अंचल रहा है । महेन्द्र पाण्डेय ने संस्कार पर विशिष्ट चर्चा करते हुए उपस्थित छात्र – छात्राओ को संबोधित करते हुए कहा कि वे संस्कारित जीवन के माध्यम से ही राष्ट्र के सशक्त नागरिक बन सकते है ।

क्रांतितीर्थ कार्यक्रम के संयोजक श्री बृजकिशोर तिवारी ने मुख्य अतिथि, अध्यक्ष, विशिष्ट वक्तागणों , आयोजन समिति के सदस्यो को धन्यवाद ज्ञापन किया, जिनके सहयोग के बिना यह राष्ट्रीय कार्यक्रम , जो रोहतास जिले में पहली बार सम्पन्न हुआ, संभव नहीं था । गोपाल नारायण विश्वविद्यालय के संस्थापक एवं कुलपति श्री गोपाल नारायण सिंह की सभी ने मुक्त कंठ से प्रशंसा जिनके सहयोग के बिना यह कार्यक्रम इतनी भब्यता एवं प्रभावशाली बनकर नहीं सम्पन्न हुआ रहता ।

कार्यक्रम का संचालन प्रेम शंकर ओझा एवं राजेश तिवारी ने किया । संगोष्ठी  की समाप्ति शांतिपाठ एवं राष्ट्र गान  से हुई। रोहतास जिले के ज्ञात एवं अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों के अभिवादन के समय सभी के अश्रुपूर्ण  नेत्र ऐसा लगा मानों इस ऐतिहासिक क्रांतितीर्थ को सींचित कर रहे थे ।

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